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इंडिया न्यूज, लखनऊ:
Mayawati Raised the Issue of Reservation : बसपा की राष्ट्रीय अध्यक्ष और पूर्व सीएम मायावती ने प्रेस कांफ्रेंस के माध्यम से आरक्षण पर प्रदेश और केंद्र सरकार को घेरा। उन्होंने विधायक उमाशंकर सिंह को बसपा विधानमंडल दल का नेता बनाए जाने की जानकारी भी दी।
Mayawati Raised the Issue of Reservation
यूपी की पूर्व मुख्यमंत्री ने संविधान दिवस के अवसर पर कहा कि संविधान में आरक्षण के लिए जो व्याख्या की गई है, उसे ठीक से पालन नहीं किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि निजी संस्थानों में आरक्षण नहीं दिया जाता है। इसके लिए केंद्र की नरेंद्र मोदी और प्रदेश की योगी आदित्यनाथ की सरकार को प्रभावी कदम उठाने चाहिए थे। जो उन्होंने नहीं उठाए। इसके साथ ही उन्होंने समाजवादी पार्टी पर भी निशाना साधते हुए कहा कि सपा जैसे दल पर कभी भरोसा नहीं किया जा सकता है।
Mayawati Raised the Issue of Reservation
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इसके साथ ही उन्होंने उत्तर प्रदेश में बसपा के विधानमंडल दल का नया नेता चुनने की जानकारी दी। उन्होंने बताया कि बसपा विधायक उमाशंकर सिंह को पार्टी का विधानमंडल दल का नेता चुना गया है। बता दें कि उमाशंकर सिंह बलिया जिले की रसड़ा विधानसभा सीट से विधायक हैं। रसड़ा से वे दो बार विधायक चुन करके विधानसभा पहुंचे हैं।
गौरतलब है कि आजमगढ़ की सगड़ी विधानसभा सीट से बसपा विधायक वंदना सिंह के बाद गुरुवार को पार्टी के विधायक शाह आलम उर्फ गुड्डू जमाली ने बसपा सुप्रीमो को अपना इस्तीफा सौंप दिया था। साथ ही, उन्होंने कहा कि 21 नवंबर को आपसे मुलाकात में मुझे लगा कि पार्टी के प्रति मेरी निष्ठा और ईमानदारी के बावजूद आप संतुष्ट नहीं हैं। अगर मेरे नेता मुझसे या मेरे काम से संतुष्ट नहीं हैं तो मैं पार्टी पर बोझ नहीं बनना चाहता।
मायावती का एक बयान जारी किया गया था। इसमें कहा गया था कि अवगत कराना है कि पार्टी को मीडिया से यह ज्ञात हुआ है कि बीएसपी एमएलए व विधानमंडल दल के नेता शाह आलम उर्फ गुड्डू जमाली ने अपने सभी पदों से इस्तीफा दे दिया है। इसका खास कारण कुछ और नहीं बल्कि यह है कि इनकी कंपनी में एक लड़की काम करती थी जिसने इनके चरित्र पर गंभीर आरोप लगाते थे। इनके विरूद्ध पुलिस में शिकायत भी दर्ज करा दी थी, जिसकी विवेचना अभी चल रही है। ऐसा इन्होंने मुझे खुद ही बताया था।
Mayawati Raised the Issue of Reservation
इस घटना के बाद वह मुझ पर यूपी के मुख्यमंत्री से कहकर इस मामले को रफा-दफा कराने के लिए काफी दबाव बना रहे थे। इसके लिए अभी हाल ही में मुझसे फिर से यह मिले भी थे। बकौल प्रेस रिलीज, इस पर मायावती ने कहा था कि यह लड़की का प्रकरण है। बेहतर तो यही होगा कि यदि विवेचना में आपको न्याय नहीं मिलता है तो आप फिर कोर्ट में जाएं लेकिन ऐसा न करके यह मुझ पर ही इस केस को खत्म कराने का दबाव बना रहे थे। मेरी ओर से गलत काम न किए जाने पर ही वे नाराज होकर इस कदम को उठाने के लिए बाध्य हुए हैं।
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