संबंधित खबरें
kota Night Shelters: खुले आसमान के नीचे सोने को मजबूर लोग, अब तक नहीं किया गया रैन बसेरे का इंतजाम
Kotputli Borewell Rescue: 65 घंटे से बोरवेल में फंसी मासूम चेतना, रेस्क्यू ऑपरेशन लगातार जारी, मां की बिगड़ी तबीयत
Ajmer Bulldozer Action: दरगाह के पास चला निगम का पीला पंजा, अवैध अतिक्रमण साफ, कार्रवाई से क्षेत्र में मचा हड़कंप
Ajmer Fire News: हाईवे पर बिस्किट से भरा ट्रक जलकर खाक, लाखों का नुकसान, शॉर्ट सर्किट से हुआ हादसा
Rajasthan Weather Update: प्रदेश में ठंड का डबल अटैक, कोहरे से धीमी हुई गाड़ियों की रफ्तार, आज गिरेगा तापमान
पशुपालकों के लिए भजनलाल सरकार की गजब योजना,जानवरों के मरने पर मिलेगा पैसा; ऐसे करना होगा आवेदन
India News RJ(इंडिया न्यूज)Dausa Assembly by-election : दौसा विधानसभा उपचुनाव में भाई जगमोहन मीना की हार पर किरोड़ी लाल मीना ने कहा कि 45 साल हो गए हैं। राजनीतिक सफर में मैंने सभी वर्गों के लिए लड़ाई लड़ी। जनहित में सैकड़ों आंदोलन किए। हिम्मत से लड़ा। बदले में पुलिस के हाथों अनगिनत चोटें खाईं। आज भी जब बादल छाते हैं तो पूरा शरीर दुखने लगता है। मीसा से लेकर जनता के लिए दर्जनों बार जेल की सलाखों के पीछे रहा।
किरोड़ी ने कहा कि मैंने संघर्ष की इसी मजबूत नींव और मजबूत आधार के आधार पर दौसा उपचुनाव लड़ा। मैंने अपने संघर्ष की कहानी जनता के सामने रखी। घर-घर जाकर वोट की भीख मांगी। तब भी कुछ लोग नहीं माने। अगर गद्दारों ने मेरे सीने पर बाण बरसाए होते तो मैं अपने दिल में दर्द को दबा कर सब कुछ दफन कर देता, लेकिन वे मेघनाथ बन गए और लक्ष्मण की तरह मेरे भाई पर सत्ता का बाण चला दिया।
साढ़े चार दशक के संघर्ष से मैं न तो हताश हूं और न ही निराश। हार ने मुझे सबक जरूर सिखाया है, लेकिन मैं विचलित नहीं हूं। मैं संघर्ष की इस राह पर आगे भी चलने के लिए कृतसंकल्प हूं। गरीब, मजदूर, किसान और हर पीड़ित व्यक्ति की सेवा का व्रत मैं कभी नहीं छोड़ सकता, लेकिन मेरे दिल में एक दर्द है। यह बहुत गहरा है और हर पल मुझे पीड़ा देता है।
जिस भाई ने जीवन भर छाया की तरह मेरा साथ दिया, मेरे हर दर्द को कम किया, जब कर्ज चुकाने का मौका आया तो कुछ जयचंदों के कारण मैं उनका कर्ज नहीं चुका सका। मेरी एक ही कमी है कि मैं चापलूसी नहीं करता और इसी प्रवृत्ति के कारण मुझे अपने राजनीतिक जीवन में बहुत कष्ट झेलने पड़े हैं। मैं स्वाभिमानी हूं। जनता के लिए अपनी जान जोखिम में डाल सकता हूं। बाहर वालों में दम नहीं था, हमेशा अपनों से ही पिटता रहा हूं। बता दें, दौसा में विधानसभा उपचुनाव की मतगणना के दौरान कांग्रेस प्रत्याशी दीनदयाल बैरवा ने 2100 वोटों से जीत दर्ज की है।
Get Current Updates on, India News, India News sports, India News Health along with India News Entertainment, and Headlines from India and around the world.