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इंडिया न्यूज़, नई दिल्ली :
Scientists Developed Smallest Camera : विज्ञान के प्रयासो से आज हमारी टेक इंडस्ट्री नई उचाईयों पर पहुंच गई है। वहीं ऐसी ही एक खबर अमेरिका से निकल कर सामने आई है जहा वैज्ञानिकों ने एक माइक्रोस्कोपिक कैमरा इजात किया है। जो सिर्फ नमक के दाने जितना है। इस कैमरा की ख़ास बात यह है की ये अपने आकार से कई गुना ज्यादा बड़ी तस्वीरें कैप्चर करने की क्षमता रखता है। (Scientists Developed Smallest Camera)
इस अल्ट्रा-कॉम्पैक्ट ऑप्टिकल डिवाइस को प्रिंसटन यूनिवर्सिटी और वाशिंगटन विश्वविद्यालय के शोधकर्ताओं की एक टीम द्वारा विकसित किया गया है। कैमरे के साइज़ की बात करें तो ये सिर्फ आधा मिलीमीटर का है और कांच जैसे मटीरियल से बना हुआ है। आइए जानते है इस कैमरा के कुछ ख़ास फीचर्स के बारे में
इस कैमरे के साइज़ पर आप मत जाइए क्योंकि भले ही यह कैमरा आसानी से न दिखे, लेकिन काम बड़े-बड़े करता है। नया कैमरा सुपर-छोटे रोबोटों को अपने इनवायरमेंट को समझने की अनुमति दे सकता है और यहां तक कि डॉक्टरों को मानव शरीर के भीतर की समस्याओं को देखने में भी मदद कर सकता है। फुल साइज्ड कैमरे के अंदर, घुमावदार कांच या प्लास्टिक लेंस की एक सीरीज का उपयोग आने वाली प्रकाश किरणों को फिल्म के एक टुकड़े या एक डिजिटल सेंसर में फोकस में मोड़ने के लिए किया जाता है। (Scientists Developed Smallest Camera)
इस कैमरा को Princeton University और University of Washington के रिसर्चर्स ने मिलकर इसे तैयार किया है। कंप्यूटर वैज्ञानिक एथन त्सेंग और उनके सहयोगियों द्वारा विकसित किया गया छोटा कैमरा एक विशेष ‘मेटासरफेस’ पर निर्भर करता है, जिसमें 1.6 मिलियन सिलेंड्रिकल पोस्ट होते हैं। 0.5-मिलीमीटर-वाइड सरफेस पर प्रत्येक पोस्ट का एक अनूठा आकार होता है, जिससे लाइटिंग में मदद मिलती है। (Scientists Developed Smallest Camera)
साइज में छोटे होने के बावजूद भी यह कैमरा कमाल की फोटो खींचने की क्षमता रखता है। अभी तक माइक्रो कैमरों में सबसे बड़ी समस्या किनारों में ब्लर और सही कलर न दिखाना था। इस डिवाइस ने इन सारी समस्याओं को खत्म कर दिया है। अब इस कैमरे में कम्प्यूटेशन एबिलिटी डालने पर काम किया जा रहा है। आने वाले समय में यह कैमरा काफी उपयोगी साबित हो सकता है।
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