Agra Murder Case: उत्तर प्रदेश के आगरा में रिश्तों का शर्मसार कर देने वाली घटना सामने आई, जब भांजा ही अपने मामा के लिए कंस बन बैठा. जी हां, मामूली विवाद के कारण भांजे ने अपने मामा को बेरहमी से मौत के घाट उतार दिया. इस घटना पर अदालत ने आरोपी को सजा सुनाई है.
क्या हैं पूरा मामला?
जानकारी के मुताबिक, थाना चित्राहाट क्षेत्र के कचोरा घाट निवासी अंकित वाजपेयी ने 13 मार्च 2018 को अपने ही मामा छवि मोहन शुक्ला की कुल्हाड़ी से हत्या कर दी थी. यह विवाद उस समय हुआ, जब छवि मोहन शुक्ला अपने दोस्तों अस्तेंद्र नाथ, शरद शुक्ला और राजेश कुमार के साथ सौतेली बहन के घर से डीप फ्रिज (चिलर) लेने पहुंचे थे. जैसे ही वे चिलर को गाड़ी पर लाद रहे थे, तभी वहां अंकित वाजपेयी आ पहुंचा और रुपये की मांग करने लगा.
कैसे दिया वारदात को अंजाम?
पैसों के लेन-देन को लेकर मामा-भांजे में बहस बढ़ गई. देखते ही देखते स्थिति इतनी बिगड़ गई कि अंकित ने गुस्से में कुल्हाड़ी उठा ली और अपने मामा की गर्दन पर वार कर दिया. गंभीर चोट लगने से छवि मोहन शुक्ला की मौके पर ही मौत हो गई.
आरोपी का आपराधिक इतिहास
इस केस में यह भी सामने आया कि अंकित इससे पहले 2017 में संपत्ति के बंटवारे को लेकर अपने नाना पर भी घातक हमला कर चुका था. घटना के बाद पुलिस ने उसे हिरासत में लिया और उसकी निशानदेही पर खून से सनी कुल्हाड़ी बरामद की.
अदालत की कार्यवाही
मृतक के पिता रमेश चंद शुक्ला, निवासी हैरीपुर (थाना बकेवर, इटावा) ने थाने में तहरीर देकर मुकदमा दर्ज कराया. पुलिस ने मामले की विवेचना पूरी कर 21 अगस्त 2018 को अदालत में आरोप पत्र दाखिल किया. अभियोजन पक्ष ने इस मामले में 7 गवाहों को पेश किया. सभी सबूतों और गवाहों के बयान सुनने के बाद एडीजे-7 पवन कुमार श्रीवास्तव की अदालत ने आरोपी अंकित वाजपेयी को दोषी करार दिया. अदालत ने उसे आजीवन कारावास की सजा सुनाई और साथ ही 50 हजार रुपये का जुर्माना भी लगाया.