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दिल्ली (Meet NDRF’s Romeo and Julie who saved life in Turkey): ‘ऑपरेशन दोस्त’ के तहत तुर्की गई राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल (एनडीआरफ) ने चमत्कारिक रूप से एक बच्ची की जान बचाई। बच्ची की उम्र मात्र छह साल है। बच्ची भारी मलबे के बीच दबी हुई थी और उसके ठिकाने का पता बड़ी-बड़ी मशीनें भी नहीं लगा पा रही थी। बच्ची की जान बचाने का पूरा श्रेय एनडीआरफ ने रोमियो और जूली को दिया जो इस राहत और बचाव दल का हिस्सा है।
एनडीआरएफ, वर्तमान में 6 फरवरी को आए भूकंप से बुरी तरह प्रभावित तुर्की के गाजियांटेप प्रान्त के नूरदागी शहर में विभिन्न हिस्सों में राहत-बचाव के काम में लगी हुई है। शहर में एक छह मंजिला इमारत ढह गई थी और मलबे में तब्दील हो गई, वही एनडीआरएफ खोज और बचाव अभियान चला रही थी। स्थानीय लोगों ने एनडीआरएफ को मलबे के अंदर बच्ची के होने की सूचना दी इसके बाद जूली और रोमियो को बच्ची का पता लगाने का काम सौंपा गया। रोमियो और जुली लैब्राडोर नस्ल के कुत्ते हैं जिन्हें सूंघने और बचाव कार्य में प्रशिक्षित किया जाता है। यह एनडीआरएफ के बचाव दल का हिस्सा होते है।
डॉग हैंडलर कॉन्स्टेबल कुंदन ने समाचार एजेंसी एएनआई को बताया कि कैसे जूली ने नूरदागी साइट पर सबसे पहले मलबे में जीवित छोटी लड़की को खोजा, जिसकी पहचान बेरेन के रूप में हुई है। सबसे पहले जूली को मलबे के अंदर जाने के लिए कहा गया। वह अंदर गई और भौंकने लगी जो एक संकेत था कि उसने नीचे फंसे एक जीवित व्यक्ति का पता लगाया है। कुंदन ने कहा “हमें हमारी सरकार द्वारा यहां नूरदागी में खोज और बचाव कार्यों को सुविधाजनक बनाने के लिए कहा गया है।”
एनडीआरएफ के एक अन्य डॉग अटेंडेंट ने बताया, “जुली के बाद हमने रोमियो (मेल लैब्राडोर) को मलबे में भेजा है और उसके भौंकने के बाद इस बात की सौ प्रतिशत संभावना थी कि अंदर फंसा व्यक्ति ज़िंदा है। हालाँकि, उस समय जीवित आत्मा की स्थिति और उम्र के बारे में कोई नहीं जानता था।” कई घंटों के रेस्क्यू ऑपरेशन के बाद एनडीआरएफ के जवान 6 साल के बेरेन की जान बचाने में सफल रहे।
लड़की को बचाने के बाद एनडीआरएफ की सराहना करते हुए गृह मंत्री अमित शाह ने ट्वीट किया, “हमारे एनडीआरएफ पर गर्व है। तुर्की में बचाव अभियान में टीम आईएनडी-11 ने गाजियांटेप प्रान्त में एक छह वर्षीय लड़की बेरेन की जान बचाई। पीएम @narendramodi के मार्गदर्शन में हम @NDRFHQ को दुनिया की अग्रणी आपदा प्रतिक्रिया बल बनाने के लिए प्रतिबद्ध हैं। #OperationDost।”
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