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India News (इंडिया न्यूज),India-America Relation: ‘नमाज़ पढ़ने गए थे, लेकिन रोज़ा टूट गया’ अमेरिका में पाकिस्तान आर्मी चीफ असीम मुनीर के साथ भी कुछ ऐसा ही हुआ। अमेरिका के अपने पहले दौरे पर गए आसिम मुनीर ने अमेरिका और संयुक्त राष्ट्र में अपने समकक्ष के सामने कश्मीर, अफगान शरणार्थियों समेत कई मुद्दे उठाए, लेकिन उनके इरादे कहीं नजर नहीं आए। ऊपर से अमेरिका ने कुछ शर्तों पर भारत से दोस्ती का इजहार किया। व्यापार संबंधों को मजबूत करना। साथ ही चीन से दूर रहने की सलाह भी दी।
पाक सेना प्रमुख आसिम मुनीर पाकिस्तान लौट आए हैं, उन्हें अपने एक हफ्ते के अमेरिका दौरे से काफी उम्मीदें रही होंगी, लेकिन उनकी बात कहीं पर भी लागू नहीं हुई। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, अमेरिका ने पाक सेना प्रमुख को चीन से दूर रहने और अपनी पहुंच सिर्फ आर्थिक गलियारे तक सीमित रखने को कहा है। अगर पाकिस्तान को आर्थिक मदद चाहिए तो उसे भारत से व्यापार बढ़ाना चाहिए। दावा तो यहां तक किया जा रहा है कि अमेरिका ने पाकिस्तान को एलओसी पर शांति बनाए रखने की चेतावनी भी दी है।
पाकिस्तानी सेना प्रमुख जनरल असीम मुनीर ने अपने अमेरिकी दौरे के दौरान एक बार फिर कश्मीर राग अलापा। उन्होंने यहां तक कहा कि एशिया में शांति तभी स्थापित होगी जब संयुक्त राष्ट्र कश्मीर विवाद का समाधान करेगा। इंटर-सर्विस पब्लिक रिलेशंस के मुताबिक, असीम मुनीर ने कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटाने पर भी चर्चा की और इसे एकतरफा बताया। अमेरिकी विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन और रक्षा मंत्री लॉयड से मुलाकात के दौरान कश्मीर पर भी चर्चा हुई।
आर्थिक गलियारे के नाम पर चीन लगातार पाकिस्तान में अपना दखल बढ़ा रहा है। अमेरिका ने पाक सेना प्रमुख को इसे तुरंत रोकने की चेतावनी दी है। दरअसल, चीन ने बलूचिस्तान के ग्वादर में सैन्य चौकियां बनाने की पेशकश की थी। उसी वर्ष पाकिस्तान में अमेरिकी राजदूत डोनाल्ड ब्लॉम ने इस बंदरगाह का दौरा किया। माना जा रहा है कि यहां चीन के बढ़ते प्रभाव को देखते हुए अमेरिका ने असीम मुनीर को सावधान रहने को कहा है।
पाक सेना प्रमुख असीम मुनीर ने अपने अमेरिकी समकक्षों से मुलाकात के दौरान गाजा का मुद्दा भी उठाया। फ़िलिस्तीन को लेकर पाकिस्तान का पक्ष लेते हुए आसिम मुनीर ने अपील की कि इसराइल और हमास के बीच युद्धविराम होना चाहिए। मुनीर ने कहा कि गाजा में मानवीय त्रासदी को रोका जाना चाहिए। हालांकि, इस मामले में उन्होंने यह भी कहा कि दो देश ही इस विवाद का एकमात्र समाधान हैं। मुनीर ने युद्ध से पीड़ित फिलिस्तीनियों का जिक्र किया और उन तक जरूरी सामान पहुंचाने की वकालत की।
पाकिस्तान आर्मी चीफ का पद संभालने के बाद से ही पाक आर्मी चीफ असीम मुनीर के लगातार अमेरिका दौरे को लेकर अटकलें चल रही थीं। डॉन की एक रिपोर्ट के मुताबिक, सबसे पहले नवंबर में इसकी अटकलें लगाई गई थीं, लेकिन यात्रा को अंतिम रूप नहीं दिया जा सका। उन्होंने इस साल अक्टूबर में अमेरिकी रक्षा सचिव लॉयड ऑस्टिन के साथ भी चर्चा की थी। इससे पहले जुलाई में भी असीम मुनीर ने यूएस सेंट्रल कमांड के प्रमुख जनरल माइकल एरिक कुरिला के साथ बैठक की थी। माना जा रहा है कि पाक आर्मी चीफ का अचानक अमेरिका प्रेम कहीं चीन से छुटकारा पाने की कोशिश तो नहीं है।
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