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लोगें को धीरे-धीरे कैश रखने की आदत जा रही है। लोग अब ज्यादातर पेमेंट यूपीआई से करते है। खास कर 2016 में नोटबंदी के बाद लोग ऑनलाइन पेमेंट करने की आदात डालने लगे। जिनको आदत नहीं पड़ी उनको 2020 में आए कोरोना ने लगवा दी।
संक्रमण से बचाव के लिए लोग ज्यादा से ज्यादा पेमेंट ऑनलाइन ही करने लगे। ताजा आकड़ो के अनुसार दिसंबर 2022 में 12.82 लाख करोड़ रुपय का यूपीआई ट्रांजेक्शन हुआ है जो अब तक का सबसे ज्यादा किसी एक महीने में किया गया पेमेंट अमाउंट है। कुल 782 करोड़ बार यूपीआई से पेमेंट की गई है।
भारतीय राष्ट्रीय भुगतान निगम (NPCI) द्वारा जारी आंकड़ों के अनुसार, खुदरा डिजिटल भुगतान के लिए नियामक प्राधिकरण, नवंबर की तुलना में दिसंबर में लेनदेन की मात्रा में 7.12 % की वृद्धि हुई, जबकि समान अवधि में इस दौरान लेनदेन के मूल्य में 7.73 % की वृद्धि हुई। 2022 में, UPI के माध्यम से भुगतान अक्टूबर में 12 लाख करोड़ रुपये के आंकड़े को पार कर गया था।
नवंबर में, UPI ने 11.90 लाख करोड़ रुपये के 730.9 करोड़ लेनदेन दर्ज किए। अगर साल-दर-साल (YoY) आधार पर तुलना की जाए तो दिसंबर में लेनदेन की मात्रा में 71 फीसदी और लेनदेन के मूल्य में 55 फीसदी की बढ़ोतरी हुई थी।
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