गणतंत्र दिवस परेड पर गेस्ट बने मजदूर ने पीएम मोदी से की अपील, 44 दिन की मजदूरी के पैसे दिलाने की मांग

PM Modi, Republic Day 2023: गणतंत्र दिवस पर इस बार सेंट्रल प्रोजेक्‍ट विस्‍टा और कर्तव्‍य पथ निर्माण के श्रमजीवियों को स्‍पेशल पास मिला है। साथ ही वो पहली पंक्ति में बैठे जहां पहले केवल VVIP बैठा करते थे। इन मजदूरों ने कभी कल्‍पना भी नहीं की थी कि कभी वो इस तरह से भी सम्‍मानित हो सकते हैं। उन्‍होंने इसके लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) का आभार माना है।

दरअसल, पीएम नरेंद्र मोदी ने ही यह संभव किया और श्रमजीवियों के बारे में सोचते हुए उन्‍होंने इस बात की घोषणा की थी कि इस बार गणतंत्र दिवस समारोह में श्रमदानियों को खास तौर पर बुलाया जाएगा और उन्‍हें सबसे आगे की पंक्ति में बिठाया जाएगा।

श्रमजीवियों ने पीएम मोदी का किया शुक्रिया

एक मीडिया से बातचीत में इन श्रमजीवियों में से एक गार्डनर सुख नंदन ने बताया कि देश के प्रधानमंत्री का आभार कि उन्‍होंने हमारे बारे में सोचा और हमें स्‍पेशल पास देकर परेड देखने का मौका दिया। हमने कभी कल्‍पना भी नहीं की थी कि ऐसा हो सकता है। उन्‍होंने कहा कि पीएम नरेंद्र मोदी हमारे पास तक आए और हम सबका अभिवादन किया, यह पल हमेशा याद रहेगा। हम सभी बेहद खुश हैं कि उन्‍होंने हमारे बारे में सोचा और हमें इतना बड़ा सम्‍मान देकर परेड देखने का अवसर दिया।

ठेकेदार ने रोक लिए 44 दिन के पैसे

गार्डनर सुख नंदन से जब यह पूछा गया कि अगर मौका मिलता तो वो प्रधानमंत्री से क्‍या पूछते? तो सुख नंदन ने बताया कि उसे बीते 44 दिन की मजदूरी नहीं मिली है। वो इंडिया गेट पर हॉर्टिकल्‍चर डिपार्टमेंट में बीते दो महीनों से काम कर रहें हैं, जबकि इससे पहले एक ठेकेदार के ज़रिए वो आंध्र भवन में काम करते थे। उन्‍होंने बताया कि ठेकेदार उनकी सैलरी नहीं दे रहा है और वो ये साबित कर सकते हैं कि उन्‍होंने 44 दिन तक काम किया है।

कुछ कारणों से रोका गया है वेतन, सुखनंदन ज्‍यादा पैसे की मांग कर रहा

इधर ठेकेदार जितेन उपाध्‍याय का कहना है कि सैलरी का भुगतान कुछ कारणों से रोका गया है। सुख नंदन ने ब्रश कटर वापस नहीं किया है और वह अधिक धन की डिमांड करता है। मध्‍यप्रदेश के निवाड़ी के रहने वाले सुख नंदन ने बताया कि गार्डनर को निकाय द्वारा तय 14,586 रुपए सैलरी में दिए जाने थे, इधर 44 दिन की सैलरी करीब 21 हजार रुपए बनती है, लेकिन ठेकेदार ने 6,000 रुपए देने का बोल रहा है। इस अलावा ठेकेदार पुलिस में शिकायत और एफआईआर की धमकी दे रहा है।

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