होम / Lantrani Review: कैसी है लंतरानी फिल्म की कहानी, हंसी-डर और दर्द सब होगा साथ में महसूस

Lantrani Review: कैसी है लंतरानी फिल्म की कहानी, हंसी-डर और दर्द सब होगा साथ में महसूस

Simran Singh • LAST UPDATED : February 10, 2024, 12:05 pm IST
ADVERTISEMENT

संबंधित खबरें

Lantrani Review: कैसी है लंतरानी फिल्म की कहानी, हंसी-डर और दर्द सब होगा साथ में महसूस

Lantrani Review

India News (इंडिया न्यूज़), Lantrani Review, दिल्ली: लंतरानी एक शानदार फिल्म है जो सिनेमाघर में दस्तक दे चुकी है। इस फिल्म के नाम का मतलब जाना जाए तो बड़ी-बड़ी हगने वाला या फिर कनपुरिया, उन्नाव, लखनऊ, फतेहपुर में अलग-अलग मतलबों के साथ जाना जाता है। जिनमें से कुछ ज्यादातर जल्दबाजी में बात को आगे आगे करना, किसी की बात में घुसना या फिर बकैती करना शामिल है। ऐसे में सभी मतलबों के साथ फिल्म के अंदर तीन अलग-अलग कहानियों को दिखाया गया है। यह फिल्म नेशनल अवार्ड जीतने वाले तीन डायरेक्टर्स द्वारा बनाई गई है। जो आप zee5 पर स्ट्रीम हो रही है। ऐसे में क्या आप भी यह फिल्म देखना चाहते हैं तो उससे पहले इस रिव्यू को जरूर पढ़ें।

क्या है फिल्म का थिम?

लंतरानी एक थियोलॉजी फिल्म है। एक ऐसी फिल्म जिसमें एक ही समय पर कई अलग-अलग कहानी दिखाई जाती है। जिनका एक दूसरे के साथ कोई भी संबंध नहीं होता। इस फिल्म में भी तीन अलग कहानियों को दिखाया गया है। जिसमें हुड़ हुड़ दबंग, धरना जारी है और सैनेटाइज्ड न्यूज के जरिए पेशकश दी गई है। इन सभी कहानियों का आपस में कोई संबंध नहीं है, लेकिन इसके बावजूद भी इनका एक संबंध जरूर है वह है लंतरानी।

 

View this post on Instagram

 

A post shared by Jitendra Kumar (@jitendrak1)

क्या है फिल्म की कहानी?

फिल्म की कहानी के बारे में बात कर तो पहली कहानी हुड हुड दबंग एक पुलिस सिपाही और एक मुजरिम के बारे में है। सिपाही जिंदगी में अपनी आखिरी पुड़क पर आ चुका है। जिसमें वह अपने साथ एक मुजरिम को पेशी के लिए ले जा रहा है। आधे घंटे की कहानी में जिंदगी और समाज के अलग-अलग दायरे को दिखाया जाता है। Lantrani Review

दूसरी कहानी धरना जारी है एक महिला प्रधान और उसके पति की कहानी है। जिसकी कुछ मांगे हैं। जिन्हें लेकर वह अपने जिला डेवलपमेंट ऑफिसर के दफ्तर में धरना देकर बैठ जाती है।

आखिर में तीसरी कहानी सैनेटाइज्ड न्यूज के बारे में है। इसमें मीडिया जगत और वहां काम करने वाले पत्रकारों और दूसरे वैकेंसी के मजदूरों के बारे में बताया गया है।

तीनों कहानी एक दूसरे से बेहद अलग है। तीनों कहानी में वक्त के साथ-साथ सच का आईना सामने आता है, लेकिन सब कुछ सिचुएशन है।

कैसी है फिल्म?

फिल्म की खास बातों के बारे में बताएं तो इसमें सबसे खास चीज फिल्म की जिज्ञासुता को दिखाया गया है। फिल्म की हर कहानी बेहतरीन तरीके से पेश की गई है। जो आधे घंटे में पूरी तरीके से अपनी चीज को सामने रखती है। ऐसे में आप कहानी देखते समय बोर तो बिल्कुल नहीं होंगे। फिल्म की हर कहानी अपने साथ एक सवाल खड़ा करती है लेकिन जवाब नहीं देती है। क्योंकि जिन मुद्दों पर सवाल खड़ा किया गया है। उनका जवाब मिर्च मसाला और हैप्पी एंडिंग वाली फिल्मों में ही मिलता है। सच बात यह है कि इन सभी सवालों का जवाब आज तक हम लोग अपनी असल जिंदगी में ढूंढ रहे हैं।

कैसी थी किरदारों की एक्टिंग?

किरदारों की एक्टिंग की बात की जाए तो सबसे ज्यादा चौंकाने वाला काम जॉनी लीवर ने किया है। इससे पहले उन्होंने कभी भी इस तरह का कोई रोल नहीं निभाया। वह ज्यादातर कॉमेडी किरदारों में नजर आते थे लेकिन इस बार उन्होंने अपनी किरदार को काफी खूबसूरती से दिखाया। यह कहानी आपको हसांती जरूर है लेकिन सिचुएशन तरीके से आपको हंसने के लिए मेहनत नहीं करनी पड़ती।

दूसरी कहानी में जितेंद्र कुमार उर्फ जीतू भैया और निमिषा सजयन को दिखाया गया है। जो अपने किरदार को बढ़ा चढ़ा कर दिखाते हैं। इसके अलावा जिसू सेनगुप्ता, भगवान तिवारी और बोलोराम दास ने अपनी अपनी किरदारों को शानदार तरीके से निभाया है। Lantrani Review

कैसा रहा फिल्म का डायरेक्शन?

फिल्म के डायरेक्शन की बात की जाए तो हुड़-हुड़ दबंग का डायरेक्शन कौशिक गांगुली ने किया है। कौशिक एक बंगाली सिनेमा के बड़े नाम है। अपने काम से वह कई बार अपने नाम को आगे कर चुके हैं। कहानी की हर सीन में कुछ ना कुछ अलग तरीके से कहानी दिखाई जाती है। उन्होंने अपनी कहानी में इनसिक्योर पुलिस वाले की कहानी को जोड़ा है। समाज के नजरियो में घिनौने काम करने वाले मुजरिम की कहानी को भी दिखाया गया है।

दूसरी कहानी धरना जारी है। पंजाबी सिनेमा के डायरेक्टर गुरविंदर सिंह द्वारा डायरेक्ट किया गया है। जिन्होंने प्रधान परिवार के बारे में स्पष्ट चेहरा दिखाया है। जिनका निचली जाति से होना भी श्राप बन गया है। प्रधान बनने के बाद भी प्रदान की शक्तियां उनके पास नहीं है। प्रधान की गदी पर बैठे इस महिला को कई साल हो जाते हैं। लेकिन इस कहानी में कोई हैप्पी एंडिंग नहीं नजर आती। फिल्म के अंदर सरकारी दफ्तर और सरकारी बाबू की चीजों को भी दिखाया गया है। इसके साथ ही खास बात यह है की रियल लोकेशंस पर इन चीजों को शूट किया गया है। जिससे गुरविंदर सिंह की खासियत के बारे में पता चलता है कि वह कितनी सफाई से कम बजट के अंदर शानदार फिल्म बना सकते हैं।

तीसरी कहानी में असम सिनेमा के डायरेक्टर भास्कर हजारिका ने डायरेक्शन किया है। उन्होंने करोड़ों कल को बैकग्राउंड में रखा और महामारी के दौरान आर्थिक तंगी से जूझ रहा एक न्यूज़ आर्गेनाइजेशन को दिखाया। कहानी को इस तरह दिखने का तरीका काफी काबिले तारीफ था। मीडिया जगत को अंदर से थोड़ा बहुत भी जानना किसी के लिए एक्साइटिंग हो सकता है। इस कहानी में टिकर, पीसीआर, प्राइम टाइम, वर्क फ्रॉम होम, शब्दों का इस्तेमाल भी देखने को मिलता है। जो किसी भी मीडिया इंडस्ट्री को आमतौर पर आम जनता से जोड़ने के लिए बहुत अच्छा एग्जांपल है।

 

ये भी पढ़े:

Get Current Updates on, India News, India News sports, India News Health along with India News Entertainment, and Headlines from India and around the world.

ADVERTISEMENT

लेटेस्ट खबरें

इन 4 राशि के जातकों के वेशी योग से खुल जाएंगे भाग्य, इतनी मिलेगी सुख समृद्धि जिसे आप भी होंगे बेखबर, जानें क्या है आज का राशिफल?
इन 4 राशि के जातकों के वेशी योग से खुल जाएंगे भाग्य, इतनी मिलेगी सुख समृद्धि जिसे आप भी होंगे बेखबर, जानें क्या है आज का राशिफल?
नहीं झुकेगा भारत! चैंपियंस ट्रॉफी से पहले BCCI-PCB के बीच बढ़ी रार, मैदान में उतर ICC ने बुलाई इमरजेंसी बैठक
नहीं झुकेगा भारत! चैंपियंस ट्रॉफी से पहले BCCI-PCB के बीच बढ़ी रार, मैदान में उतर ICC ने बुलाई इमरजेंसी बैठक
विश्व में भारतीय सेना का बजा डंका, इस हिंदू राष्ट्र ने सैन्य प्रमुख को किया मानद उपाधि से सम्मानित, फिर बिलबिला उठेगा चीन
विश्व में भारतीय सेना का बजा डंका, इस हिंदू राष्ट्र ने सैन्य प्रमुख को किया मानद उपाधि से सम्मानित, फिर बिलबिला उठेगा चीन
शख्स दोस्तों के साथ मना रहा था अपना Birthday…तभी हुआ कुछ ऐसा भारत में मच गई चीख पुकार, मामला जान नहीं होगा विश्वास
शख्स दोस्तों के साथ मना रहा था अपना Birthday…तभी हुआ कुछ ऐसा भारत में मच गई चीख पुकार, मामला जान नहीं होगा विश्वास
अगर आपको है मर्दाना कमजोरी तो करें ये आसान Exercise, छूमंतर हो जाएगी सारी समस्या, वैवाहिक जीवन में मिलेगा चरम सुख
अगर आपको है मर्दाना कमजोरी तो करें ये आसान Exercise, छूमंतर हो जाएगी सारी समस्या, वैवाहिक जीवन में मिलेगा चरम सुख
पेट भरने वाली रोटी बनी कैंसर की वजह? धीमे-धीमे शरीर में जहर फैलाने का कर रही है काम, रिसर्च ने किया बड़ा खुलासा
पेट भरने वाली रोटी बनी कैंसर की वजह? धीमे-धीमे शरीर में जहर फैलाने का कर रही है काम, रिसर्च ने किया बड़ा खुलासा
लालू के बेटे को किया इस शख्स ने मानसिक प्रताड़ित, तेजस्वी ने लगाई पुलिस से एक्शन की गुहार
लालू के बेटे को किया इस शख्स ने मानसिक प्रताड़ित, तेजस्वी ने लगाई पुलिस से एक्शन की गुहार
सेब, जूस में मिलावट के बाद अब…केरल से सामने आया दिलदहला देने वाला वीडियो, देखकर खौल जाएगा आपका खून
सेब, जूस में मिलावट के बाद अब…केरल से सामने आया दिलदहला देने वाला वीडियो, देखकर खौल जाएगा आपका खून
BJP ने शुरू की दिल्ली विधानसभा की तैयारी… पूर्व APP नेता ने की जेपी नड्डा से मुलाकात, बताई पार्टी  छोड़ने  की बड़ी वजह
BJP ने शुरू की दिल्ली विधानसभा की तैयारी… पूर्व APP नेता ने की जेपी नड्डा से मुलाकात, बताई पार्टी छोड़ने की बड़ी वजह
शादी समारोह में गया परिवार…फिर घर लौटने पर छाया मातम, जानें पूरा मामला
शादी समारोह में गया परिवार…फिर घर लौटने पर छाया मातम, जानें पूरा मामला
पत्नी को हुए कैंसर के बाद Navjot Singh Sidhu ने दी ऐसी सलाह…बोले- ’10-12 नीम के पत्ते, सेब का सिरका और फिर स्टेज 4 कैंसर छू’
पत्नी को हुए कैंसर के बाद Navjot Singh Sidhu ने दी ऐसी सलाह…बोले- ’10-12 नीम के पत्ते, सेब का सिरका और फिर स्टेज 4 कैंसर छू’
ADVERTISEMENT