होम / Pegasus Spyware Kya hai पेगासस स्पाइवेयर क्या है?

Pegasus Spyware Kya hai पेगासस स्पाइवेयर क्या है?

Amit Gupta • LAST UPDATED : October 28, 2021, 4:41 am IST

Pegasus Spyware Kya hai

Pegasus Spyware Kya hai पेगासस स्पाइवेयर क्या है?

पेगासस स्पाइवेयर को लेकर पूरे देश में हल्ला मचा हुआ है। सभी जानना चाहते हैं कि आखिर पेगासस है क्या? आज हम आपको बताएंगे कि आखिर ये क्या है और कैसे काम करता है? वहीं पेगासस को बनाने वाली कंपनी का कहना है कि वो किसी निजी कंपनी को यह सॉफ्टवेयर नहीं बेचती है, बल्कि इसे केवल सरकार और सरकारी एजेंसियों को ही इस्तेमाल के लिए देती है। आइए जानते हैं भारत में इसके नाम पर क्यों इतना बवाल हो रहा है?

पेगासस क्या है? (Pegasus Spyware Kya hai)

पेगासस एक स्पाइवेयर है। आसान भाषा में आपको बताएं तो यह जासूसी करने में इस्तेमाल होने वाला साफ्टवेयर है। इसके जरिए फोन को हैक करके अपने कंट्रोल में किया जा सकता है। इसका दुर्पयोग हो सकता है।
आपको बता दें कि स्पाइवेयर पेगासस से मोबाइल हैक करने के बाद फोन का कैमरा, माइक, मैसेजेस और कॉल्स समेत तमाम जानकारी हैकर के पास चली जाती है। इस स्पाइवेयर को इजराइली कंपनी NSO ग्रुप ने बनाया है।

पेगासस काम कैसे करता है?

किसी डिवाइस में पेगासस को इंस्टॉल करने के लिए हैकर अलग-अलग तरीके अपनाते हैं। एक तरीका ये है कि टारगेट डिवाइस पर मैसेज के जरिए एक एक्सप्लॉइट लिंक भेजा जाता है। जैसे ही यूजर इस लिंक पर क्लिक करता है, पेगासस फोन में इंस्टॉल हो जाता है।
2019 में जब वॉट्सऐप के जरिए डिवाइसेस में पेगासस इंस्टॉल किया गया था तब हैकर्स ने अलग तरीका अपनाया था। उस समय हैकर्स ने वॉट्सऐप के वीडियो कॉल फीचर में एक कमी (बग) का फायदा उठाया था। हैकर्स ने फर्जी वॉट्सऐप अकाउंट के जरिए टारगेट फोन पर वीडियो कॉल किए थे। इसी दौरान एक कोड के जरिए पेगासस को फोन में इंस्टॉल कर दिया गया था।

पहले भी चर्चाओं में रहा था पेगासस

वर्ष 2016 में पेगासस सबसे पहले चर्चा में आया था। एक मानवाधिकार कार्यकर्ता अहमद मंसूर को अनजान नंबर से कई एसएमएस मिले थे। इन एसएमएस से लिंक भेजे गए थे। जब अहमद को संदेह हुआ तो उन्होंने साइबर एक्सपर्ट्स से इन मैसेजेस की जांच करवाई। जांच में पता चला कि अहमद अगर मैसेज में भेजे लिंक पर क्लिक करते तो उनके फोन में पेगासस डाउनलोड हो जाता।

पत्रकार की हत्या में भी आया था नाम

वर्ष 2018 में भी यह चर्चा में आया था जब सऊदी अरब के पत्रकार जमाल खशोगी की हत्या हो गई थी। इस हत्याकांड की जांच में भी पेगासस का नाम सामने आया था। जांच एजेंसियों ने शक जताया था कि जमाल खशोगी की हत्या से पहले उनकी जासूसी की गई थी।

2019 में एक बार फिर पेगासस चर्चा में आया। उस वक्त वॉट्सऐप ने कहा था कि पेगासस के जरिए करीब 1400 पत्रकारों और मानव अधिकार कार्यकतार्ओं की जानकारी हैक की गई है।

पेगासस से क्या-क्या जानकारियां मिल सकती हैं?

अगर एक बार पेगासस स्पाइवेयर आपके फोन में इंस्टाल हो गया तो समझिए कि आपकी तो लग गई। इंस्टॉल होने के बाद पेगासस को हैकर कमांड एंड कंट्रोल सर्वर से इंस्ट्रक्शन दे सकता है।
आपके पासवर्ड, कॉन्टैक्ट नंबर, लोकेशन, कॉल्स और मैसेजेस को भी रिकॉर्ड कर कंट्रोल सर्वर पर भेजे जा सकते हैं।
पेगासस आपके फोन का कैमरा और माइक भी अपने आप चालू कर सकता है। आपकी रियल टाइम लोकेशन भी हैकर को पता चलती रहेगी।
साथ ही आपके ई-मेल, रटर, नेटवर्क डिटेल्स, डिवाइस सेटिंग, ब्राउजिंग हिस्ट्री की जानकारी भी हैकर को होती है।

कैसे पता करें कि फोन हैक हो गया है?

पेगासस की खासियत ये है कि अगर ये आपके फोन में इंस्ट्राल हो गया तो आपको पता ही नहीं चलेगा कि आपका फोन हैक हो चुका है। क्योंकि यह किसी प्रकार के संदेह आदि ही नहीं छोड़ता है।
पेगासस कम बैंडविड्थ पर भी काम कर सकता है। साथ ही फोन की बैटरी, मेमोरी और डेटा का भी कम इस्तेमाल करता है, जिससे कि फोन हैक होने पर किसी तरह का शक न हो।
इसकी खासियत ये है कि फोन लॉक होने पर भी पेगासस अपना काम करता रहता है।

(Stay connect to read about pegasus, pegasus spyware india, pegasus spyware latest news, pegasus spyware scandal india, pegasus spyware controversy, pegasus spyware case in india, why pegasus is in news, why pegasus is trending in india, why pegasus is in news in india in our site.)

नीरज चोपड़ा सहित 11 खिलाड़ियों का खेल रत्न अवॉर्ड के लिए नाम प्रस्तावित

Connect With Us: Twitter Facebook

ADVERTISEMENT

लेटेस्ट खबरें

ADVERTISEMENT