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attack malnutrition : सीडीओ अस्मिता लाल ने की नई पहल

इंडिया न्यूज़, गाजियाबाद। बाल आश्रय गृह एवं बालिका आश्रय गृह का किया निरीक्षण बच्चों का वजन और लंबाई के साथ ही हीमोग्लो‌बिन की जांच कराई 107 बच्चों की जांच में तीन बच्चे अति कुपोषित मिले, एनआरसी रेफर attack malnutrition कुपोषण पर प्रहार के लिए जिलाधिकारी राकेश कुमार सिंह के निर्देशन में मुख्य विकास अधिकारी अस्मिता […]

BY: Rahul Dev Sharma • UPDATED :
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इंडिया न्यूज़, गाजियाबाद।

  • बाल आश्रय गृह एवं बालिका आश्रय गृह का किया निरीक्षण
  • बच्चों का वजन और लंबाई के साथ ही हीमोग्लो‌बिन की जांच कराई
  • 107 बच्चों की जांच में तीन बच्चे अति कुपोषित मिले, एनआरसी रेफर

attack malnutrition कुपोषण पर प्रहार के लिए जिलाधिकारी राकेश कुमार सिंह के निर्देशन में मुख्य विकास अधिकारी अस्मिता लाल ने नई पहल की है। बुधवार को सीडीओ (CDO) बाल और बालिका आश्रय गृहों में निरीक्षण करने पहुंचीं। उनके साथ समन्वित बाल विकास योजना (Integrated Child Development Scheme) आईसीडीएस की टीम भी मौजूद थी। बाल गृहों में बच्चों के स्वास्थ्य की जांच के लिए उनका वजन और लंबाई मापी गई और साथ ही हीूमोग्लोबिन की जांच भी कराई गई। कुल 107 बच्चों की जांच हुई। इनमें से तीन बच्चे अति कुपोषित (सैम) श्रेणी में मिले। तीनों को पोषण पुनर्वास केंद्र (एनआरसी) रेफर किया गया है। अन्य बच्चों की चिकित्सकीय परामर्श के मुताबिक देखभाल के निर्देश बाल विकास परियोजना अधिकारी को दिए गए।

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(Attack malnutrition: CDO Asmita Lal took a new initiative)

बाल गृहों के निरीक्षण के अवसर पर सीडीओ अस्मिता लाल ने बताया – बाल विकास सेवा एवं पुष्टाहार (समन्वित बाल विकास योजना) कार्यक्रम के मुख्य उद्देश्यों में बच्चो में शारीरिक, मानसिक एवं समाजिक विकास की नींव डालना, 0-6 वर्ष से छोटे बच्चो के स्वास्थ्य एवं पोषण स्तर में सुधार लाना, मृत्यु दर, अस्वस्थता, कुपोषण एवं स्कूल की पढ़ाई (physical, mental and social development) छोड़ने वाले बच्चो की दर कम करना, बाल विकास को बढ़ावा देने के लिए विभिन्न विभागों के बीच नीति निर्धारण एवं कार्यक्रम क्रियान्वयन के लिए हर स्तर पर उचित समन्वय स्थापित करना एवं उचित सामुदायिक शिक्षा के माध्यम से माताओं की क्षमताओं का विकास करना जिससे बच्चो के स्वास्थ्य पोषण एवं विकास की आवश्यकताओं को पहचान सके और निर्णय ले सके साथ ही बच्चों की उचित देख-भाल कर सके।

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(Attack malnutrition: CDO Asmita Lal took a new initiative)

सीडीओ ने बताया इन्हीं उद्देश्यों के अनुश्रवरण में जनपद गाजियाबद के कई बाल आश्रय गृहों का निरीक्षण किया गया, जिसमें उदय खुला बाल आश्रय गृह गॉधीनगर में कुल 19 बच्चो का वजन, लंबाई एवं हेमोग्लोबिन की जांच कराई गई। ग्रेस केयर मूवमेंन्ट बाल गृह बालिका वसुन्धरा में कुल 28 बालिकाओ का वजन एवं लंबाई की जांच कराई गई, उड्डयन केयर होम बालिका सूर्यनगर में कुल 13 बालिकाओं का वजन एवं लंबाई मापी गई, लाल बहादुर शास्त्री सुदर्शनम बाल आश्रय गृह बालक वसुन्धरा में कुल 12 बच्चों का वजन एवं लंबाई की जांच कराई गई एवं घरौंदा बाल गृह (शिशु) विशेषीकृत दत्तक ग्रहण इकाई, पंचशील में कुल 35 बच्चों का वजन एवं लंबाई की जांच की गई।

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