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India News (इंडिया न्यूज़), Lok Sabha Election: स्वामी प्रसाद मौर्य ने अखिलेश यादव पर पीडीए की अनदेखी का आरोप लगाते सपा महासचिव पद से इस्तीफा देने के बाद एमएलसी पद से भी इस्तीफा दे दिया है। उन्होंने अपना इस्तीफा विधान परिषद के सभापति को सौंप दिया है। सपा के वरिष्ठ नेता स्वामी प्रसाद मौर्य भी हाल ही में अपने विवादित बयानों को लेकर सुर्खियों में बने हुए थे। उनकी ही पार्टी ने इन बयानों को निजी बयान बताकर पल्ला झाड़ लिया था। इससे मौर्य काफी आहत थे और उन्होंने अखिलेश यादव को लिखे साथ ही पत्र में इसका जिक्र भी किया था। महासचिव पद से इस्तीफा देने के बाद स्वामी प्रसाद मौर्य ने अपनी नई पार्टी बनाने का भी ऐलान कर दिया है।
जानकारी के लिए आपको बता दें कि, विधानसभा चुनाव से ठीक पहले बीजेपी छोड़कर सपा में शामिल हुए स्वामी प्रसाद मौर्य को अखिलेश यादव ने सपा कोटे से विधान परिषद भेजा था। वहीं मंगलवार को मौर्य ने अपनी विधायकी से भी इस्तीफा दे दिया। विधान परिषद के सभापति को लिखे अपने इस्तीफे में मौर्य ने लिखा कि, ‘मैं यूपी विधानसभा क्षेत्र से सपा प्रत्याशी के रूप में विधान परिषद सदस्य के रूप में निर्वाचित हुआ हूं। मैंने सपा की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दे दिया है, इसलिए नैतिकता के आधार पर मैं विधान परिषद उत्तर प्रदेश की सदस्यता से भी इस्तीफा दे रहा हूं। कृपया इसको स्वीकार करने की कृपा करें।
संज्ञानार्थ,@yadavakhilesh pic.twitter.com/C3RnzRnrPU
— Swami Prasad Maurya (@SwamiPMaurya) February 20, 2024
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स्वामी प्रसाद मौर्य लगातार सपा से नाराज चल रहे हैं। उन्होंने रामचरित मानस को लेकर एक विवादित बयान दिया था, जिसके बाद उनकी पार्टी को असहज स्थिति का सामना करना पड़ रहा था। सपा के अंदर कई नेता ने स्वामी प्रसाद मौर्य के खिलाफ कार्रवाई करने के लिए अखिलेश पर दबाव भी बना रहे थे। पार्टी के बड़े नेताओं ने स्वामी प्रसाद मौर्य के बयान को निजी बता कर पल्ला झाड़ने की कोशिश भी की और यही बात मौर्य को पसंद नहीं आयी। जिसके बाद उन्होंने अखिलेश यादव को पत्र लिखकर कहा कि महासचिव पद पर बैठे अन्य नेताओं के बयान पार्टी के बयान हैं। ऐसे में उनके बयान व्यक्तिगत कैसे हो सकते हैं? उन्होंने भेदभाव का आरोप लगाते हुए कहा कि, उनके बयानों की वजह से ही दलित और आदिवासी समुदाय के लोग सपा में शामिल हुए हैं।
स्वामी प्रसाद को सपा से अलग होने के बाद सबकी नजरें इस बात पर टिकी थीं कि स्वामी प्रसाद मौर्य का अगला कदम क्या होगा? जिसके जवाब में मौर्य ने अपनी नई पार्टी बनाने का ऐलान किया है। इसका नाम राष्ट्रीय शोषित समाज पार्टी रखा गया है। इसका झंडा भी नीले, लाल और हरे रंग को मिलाकर बनाया गया है। कहा जा रहा है कि मौर्य दिल्ली के तालकटोरा स्टेडियम में एक बड़ी रैली भी कर सकते हैं, जहां वह अपनी नई पार्टी के अस्तित्व में आने की घोषणा करेंगे। इसके साथ ही यह भी खबर है कि उनकी नई पार्टी के चलते सपा में फूट पड़ सकती है और अखिलेश की पार्टी के कई नेता उनके साथ भी आ सकते हैं।
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