होटल में छापे मारने के गए 6 पुलिसकर्मी निलंबिल, केस दर्ज
इंडिया न्यूज, कानपुर:
(Manish Gupta Case) कानपुर में कारोबारी मनीष गुप्ता के मामले में सीएम योगी आदित्यनाथ ने कड़ा संज्ञान लिया है और दोषी पुलिसकर्मियों की बर्खास्दगी के आदेश दिए हैं। बाकायदा इस मामले की जांच के लिए सीएम ने लॉ एंड आर्डर ADG और DG इंटेलिजेंस के नेतृत्व में 2 कमेटियां बनाने के भी निर्देश दिए हैं। यह कमेटियां प्रदेश के सभी पुलिसकर्मियों के रिकॉर्ड का रिव्यू करके सीएम को अपनी रिपोर्ट देगी।
बता दें कि यूपी के गोरखपुर जिला में होटल में कानपुर के एक कारोबारी की संदिग्ध मौत हुई थी। परिजनों का आरोप है कि मनीष गुप्ता की मौत पुलिस की मारपीट से हुई है। गोरखपुर पुलिस की टीम रात करीब 12 बजे जांच के लिए होटल पहुंची और यहां ठहरे मनीष गुप्ता के साथ कथित तौर पर मारपीट की गई जिस कारण उनकी मौत हो गई।
हालांकि इस मामले में 6 पुलिसकर्मियों के खिलाफ हत्या का मुकदमा दर्ज किया गया है। घटना के बाद पुलिस ने अपने पहले बयान में यह एक हादसा बताया था लेकिन बाद में परिजनों के दबाव में हत्या का केस दर्ज किया गया और होटल पर छापेमार टीम में शामिल रहे 6 पुलिसकर्मियों को निलंबित कर दिया गया है।
वहीं अब एक दिन पहले ही डीएम और एसएसपी का एक वीडियो सामने आया है जिसमें वे मृतक की पत्नी को धमकाते हुए केस दर्ज न करवाने की सलाह देते नजर आ रहे हैं। उधर, कानपुर प्रशासन ने तड़के मनीष का अंतिम संस्कार करवा दिया है। प्रशासन का कहना है कि ये कदम परिवार की सहमति से उठाया गया है। लेकिन सीएम योगी ने इस मामले में जांच के आदेश दे दिए हैं।
बता दें कि दो डॉक्टरों के पैनल ने वीडियोग्राफी के बीच पोस्टमार्टम किया है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट में कारोबारी मनीष की मौत का कारण सिर पर चोट लगना बताया गया है। उनके शरीर पर चोट के निशान भी मिले थे। जानकारी के मुताबिक, दिनभर की कवायद के बाद शाम छह बजे पोस्टमार्टम शुरू किया गया। रिपोर्ट में सिर में चोट के अलावा शरीर पर घाव के निशान सामने आए हैं।