India News (इंडिया न्यूज़), UP Heatwave, लखनऊ: उत्तर भारत के कई राज्यों में जून के महीने में भीषण गर्मी पड़ रही है। दिन में चिलचिलाती धूप के साथ चल रही लू ने लोगों का बुरा हाल कर रखा है। उत्तर प्रदेश के बलिया जिले में पिछले 72 घंटों में 54 लोगों की मौत हो चुकी है। जिसका शुरुआती कारण लू बताया गया। हालांकि, अब डॉक्टरों की एक जांच टीम ने इसे लेकर कहा कि इतनी संख्या में जिले में जो मौते हुई हैं। इन मौतों का कारण लू नहीं लग रहा है।
एक सीनियर सरकारी डॉक्टर एके सिंह ने इसे लेकर कहा कि हाल ही में जिन लोगों की मौत हुई है। उन सभी लोगों के सीने में शुरुआती लक्षण सीने में दर्द पाया गया है। जो कि ये लू लगने का लक्षण नहीं हो सकता है। इसके साथ ही डॉक्टर सिंह ने ये भी जानकारी दी कि जिले में अब तक जो मौते हुई हैं। उनका कारण पानी से जुड़ा हुआ भी हो सकता है।
डॉक्टर एके सिंह ने कहा, “हमारी टीम पता कर रही है कि जिले में इतनी संख्या में जो मौतें हुईं हैं। उनका प्रमुख कारण क्या है। इसके लिए जांच की जा रही है कि कहीं पीने का पानी तो इन मौतों की वजह तो नहीं है। इसके लिए पानी के सैंपल लिए जाएंगे। तभी मौत के कारणों का कुछ साफ पता चल पाएगा।”
15 जून को 23 लोगों की मौत हो गई है। जबकि 16 जून, शुक्रवार को 20 लोगों की मौत हो गई। 17 जून, शनिवार को 11 मौते हुईं। जिस कारण जिला प्रशासन में हड़कंप मच गया। एक सरकारी डॉक्टर ने इन सभी मौतों का कारण लू बताया था। सोशल मीडिया पर उनका ये बयान काफी वायरल हो रहा है।
उत्तर प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री बृजेश पाठक ने इसके बाद डॉक्टर को उनके पद से हटा दिया है। बृजेश पाठक ने डॉक्टर पर गलत बयानबाजी का आरोप लगाया है। सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने इसे लेकर योगी सरकार पर निशाना साधा है। अखिलेश यादव ने कहा, “जिले में जो इतनी बड़ी संख्या में मौते हुईं हैं। इसके लिए योगी सरकार जिम्मेदार है।”
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