India News(इंडिया न्यूज),Kanhaiya Kumar Meet Sunita Kejriwal: बुधवार 30 अप्रैल को कांग्रेस नेता और उत्तर पूर्वी दिल्ली से लोकसभा उम्मीदवार कन्हैया कुमार ने दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की पत्नी सुनीता केजरीवाल से मुलाकात की और कहा कि राजनीतिक भाषा में इसे शिष्टाचार मुलाकात कहा जाता है लेकिन मैं इसे दिल से की गई मुलाकात मानता हूं, देश में जो हालात हैं और तानाशाही चल रही है, किसी को भी बिना वजह गिरफ्तार कर जेल में डाल देना, इसके खिलाफ हम कई सालों से लड़ रहे हैं। कन्हैया कुमार ने कहा कि तानाशाही के खिलाफ हम सब एकजुट हैं, हम सब मिलकर यह लड़ाई लड़ेंगे, यह लड़ाई एकजुट होकर लड़ी जाएगी। देश में संवैधानिक लोकतंत्र को खत्म किया जा रहा है, हम इसे बचाएंगे, इस तानाशाही को खत्म करेंगे। हमारी रणनीति दिल्ली की जनता के स्वाभिमान के लिए है।
कन्हैया कुमार ने कहा कि हम सिर्फ 4 सीटों पर नहीं बल्कि 543 सीटों पर चुनाव लड़ रहे हैं। हम सभी INDI गठबंधन के घटक दल हैं। गठबंधन पूरी तरह से एकजुट है। हम दिल्ली की सातों सीटों पर चुनाव लड़ रहे हैं, हम जो भी रणनीति बना रहे हैं वो किसी एक उम्मीदवार या पार्टी के लिए नहीं बल्कि दिल्ली और दिल्ली की जनता के लिए है, ये दिल्ली की जनता के स्वाभिमान का मामला है, ये किसी एक व्यक्ति को सांसद या प्रधानमंत्री बनाने का सवाल नहीं है, ये किसी एक पार्टी की सरकार बनाने का सवाल नहीं है।
कन्हैया कुमार ने आगे कहा कि जिस तरह से दिल्ली की जनता का अपमान किया जा रहा है, जिस तरह से दिल्ली में तानाशाही चल रही है, मुख्यमंत्री को गिरफ्तार करके जेल में डाल दिया गया है। इस तानाशाही और दिल्ली के अधिकारों पर रोजाना हो रहे हमलों के खिलाफ अध्यादेश के तहत सुप्रीम कोर्ट के फैसले को बदल दिया गया है। विकास कार्यों को रोकने की कोशिश की जा रही है, कई नेताओं को चुनाव के बीच में जेल में डाल दिया गया है। दिल्ली की जनता का अपमान किया जा रहा है। ‘दिल्ली के लोग भाग्यशाली हैं कि उन्हें वोट देने का अवसर मिला है’
अरविन्द्र सिंह लवली द्वारा अध्यक्ष पद से दिए गए त्यागपत्र में कन्हैया कुमार पर नाराजगी जताने के सवाल पर कन्हैया कुमार ने कहा कि मुझे कोई पत्र नहीं मिला है, न ही मैंने वह पत्र पढ़ा है, भाजपा देशभर में जो कर रही है, वह ज्यादा खतरनाक है। कांग्रेस के किसी नेता के इस्तीफा देने से ज्यादा खतरनाक चीजें देश में हो रही हैं। हमने देखा है कि सूरत इंदौर में क्या हुआ, दिल्ली के लोग भाग्यशाली हैं। आपके पास अवसर है, आप वोट देने में सक्षम हैं, आपके उम्मीदवार खड़े हैं, इसलिए आपको वोट देना चाहिए।
आपको जो वोट देने का अधिकार मिला है, वह रहेगा या नहीं, पूरे देश की हालत सूरत जैसी हो जाएगी, इस पर विचार और चर्चा होनी चाहिए। किसी नेता का इस्तीफा देना कोई नई बात नहीं है। नई बात यह है कि उम्मीदवारों को डराना-धमकाना, उम्मीदवारों को अपने पक्ष में करना और चुनाव न होने देना ज्यादा खतरनाक है। नामांकन की तारीख अभी तय नहीं हुई है, सुनीता केजरीवाल से मुलाकात चुनावी मुलाकात नहीं, वैचारिक मुलाकात है।
देश में अभी तानाशाही की स्थिति है। देश में तानाशाही का माहौल है और विपक्षी पार्टी के उम्मीदवार का नामांकन रद्द किया जा रहा है या फिर उसे पीटकर घर भेजा जा रहा है, ये हम 1970 और 80 के दशक की फिल्मों में देखते थे। सबने तय किया है कि हम इस तानाशाही के खिलाफ मिलकर लड़ेंगे, जहां भी आम आदमी पार्टी के लोग हैं, वो मिलकर चुनाव उम्मीदवारों के लिए प्रचार करेंगे। इस बैठक में समन्वय पर कोई चर्चा नहीं हुई, इस पर अलग से चर्चा हो रही है। इस बैठक में मौजूद आम आदमी पार्टी के विधायक दुर्गेश पाठक ने बताया कि कन्हैया कुमार खुद तिहाड़ में रहे हैं और उन्होंने अपना अनुभव साझा किया।
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