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इंडिया न्यूज, नई दिल्ली (Rupee Weakens): एक ओर आज शेयर बाजार में गिरावट का माहौल है तो वहीं विदेशी मुद्रा बाजार में भी आज रुपया कमजोरी के साथ खुला। डॉलर के मुकाबले रुपया 22 पैसे की कमजोरी के साथ 80.08 रुपये के स्तर पर खुला। इस कारण डॉलर फिर से 80 रुपए के पार हो गया है। इससे पहले शुक्रवार को डॉलर के मुकाबले रुपया 2 पैसे की मजबूती के साथ 79.86 रुपये के स्तर पर बंद हुआ। लेकिन आज फिर से रुपये में कमजोरी आने से आयात शुल्क पर असर पड़ेगा।
बीते शुक्रवार को रुपया डॉलर के मुकाबले 2 पैसे मजबूत होकर 79.86 रुपये के स्तर पर बंद हुआ था। इससे पहले वीरवार को डॉलर के मुकाबले रुपया 7 पैसे की कमजोरी के साथ 79.88 रुपये के स्तर पर बंद हुआ। बुधवार को रुपये में 5 पैसे की मजबूती आई थी और यह 79.81 रुपये के स्तर पर बंद हुआ था जबकि मंगलवार को डॉलर के मुकाबले रुपया 1 पैसे की मजबूती के साथ 79.86 रुपये के स्तर पर बंद हुआ।
डॉलर महंगा या सस्ता होने पर देश के आयात पर सीधा असर करता है। जैसे कि भारत अपनी जरूरत का लगभग 80 फीसदी क्रूड आॅयल आयात करता है। इसका भुगतान डॉलर में करना होता है। यदि डॉलर महंगा होता है तो हमें ज्यादा कीमत देनी पड़ती है। भारत को काफी ज्यादा खर्च करना पड़ता है। इससे देश के विदेशी मुद्रा भंडार पर दबाव बनाता है और इस कारण रुपये की कीमत भी प्रभावित होती है। वहीं यदि डॉलर सस्ता होता है तो खर्चा कम होता है। इससे राहत मिलती है। प्रतिदिन डॉलर में उतार चढ़ाव के कारण रुपये की स्थिति बदलती रहती है।
रुपय के दाम किसी व्यक्ति विशेष के हाथ में नहीं होता है। यह लोगों की मांग पर निर्भर करत है। इस पर बाजार के उतार-चढ़ाव, देश का विदेशी मुद्रा भंडार, देश की अर्थव्यवस्था का असर होता है। यानि कि रुपए की कीमत इसकी खरीद-फरोख्त पर निर्भर करती है। रुपए की मांग जितनी ज्यादा होती है, इसके दाम डॉलर की तुलना में रुपए की कीमत उतने ही अधिक होंगे लेकिन यदि रुपए की मांग कम होगी तो डॉलर की तुलना में इसकी कीमत कम हो जाएगी।
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