India News (इंडिया न्यूज), CG News: बिलासपुर रेल मंडल के सीनियर डीसीएम ने बताया कि ट्रेन में सफर के दौरान यदि किसी यात्री की तबीयत खराब होती है, तो उसे प्राथमिक दवाइयां दी जाती हैं, लेकिन गंभीर स्थिति में रेलवे द्वारा किसी भी डॉक्टर की व्यवस्था नहीं की गई है। जानकारी के मुताबिक, ऐसी स्थिति में यात्री को अगले स्टेशन पर चिकित्सा सुविधा दी जाती है।
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जानकारी के अनुसार, उत्कल एक्सप्रेस में एक यात्री की तबीयत बिगड़ने के बाद उसे समय पर इलाज नहीं मिल पाया, जिसके चलते उसकी मौत हो गई। यात्री ने रेल मदद सेवा के माध्यम से सहायता मांगी, लेकिन ट्रेन 6 घंटे देरी से पहुंची, जिसके कारण समय पर इलाज नहीं हो सका। बिलासपुर स्टेशन पहुंचने के बाद जब डॉक्टरों ने यात्री की जांच की, तो उसे मृत घोषित कर दिया गया। जांच के मुताबिक हर दिन हजारों यात्री भारतीय रेलवे में सफर करते हैं, लेकिन ट्रेनों में डॉक्टरों की व्यवस्था न होने से गंभीर रूप से बीमार यात्रियों को भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है।
इस घटना के उजागर होने के बाद यह सवाल बार-बार उठता है कि ट्रेनों में चिकित्सा सुविधा क्यों नहीं दी जाती? कई यात्रियों की जान समय पर इलाज न मिलने के कारण जा चुकी है। रेलवे को चाहिए कि वह लंबी दूरी की ट्रेनों में डॉक्टरों और प्राथमिक चिकित्सा की समुचित व्यवस्था करे, ताकि यात्रियों को ऐसी कठिनाइयों का सामना न करना पड़े।