India News(इंडिया न्यूज), Naxal Surrender:छत्तीसगढ़ के बीजापुर जिले में शुक्रवार को कुख्यात टेकलगुड़म नक्सली हमले में शामिल रहे दंपती सहित कुल सात नक्सलियों ने आत्मसमर्पण कर दिया। इन सभी पर कुल 32 लाख रुपये का इनाम घोषित था। वर्ष 2021 के इस हमले में 22 जवान शहीद हुए थे, जिसके बाद से ये नक्सली सुरक्षा बलों के निशाने पर थे।
सरकारी पुनर्वास नीति का मिलेगा लाभ
सरकारी अधिकारियों के अनुसार, आत्मसमर्पण करने वाले इन नक्सलियों को राज्य सरकार की आत्मसमर्पण और पुनर्वास नीति के तहत लाभ प्रदान किया जाएगा। इनमें हमेला हिडमा और उसकी पत्नी रव्वा उर्फ भीमे, और एक अन्य नक्सली बारसे सोना पर आठ-आठ लाख रुपये का इनाम था। अन्य आत्मसमर्पण करने वालों में उईका लालू, माड़वी कोसी, मड़कम हुंगा और मुचाकि बुधरा शामिल हैं, जिन पर दो-दो लाख रुपये का इनाम घोषित था। हिडमा, उसकी पत्नी और बारसे, प्रतिबंधित भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (माओवादी) की पीपुल्स पार्टी कमेटी के सदस्य थे। वहीं, लालू प्लाटून नंबर 10 का सदस्य, कोसी पामेड़ एरिया कमेटी एग्रीकल्चर विंग का सदस्य, हुंगा मोरपल्ली आरपीसी सीएनएम प्रमुख और बुधरा पुवर्ती आरपीसी मिलिशिया कमांडर के रूप में सक्रिय थे।
बीजापुर में 18 नक्सली गिरफ्तार, विस्फोटक बरामद
इसी बीच, सुरक्षा बलों ने बीजापुर जिले में विभिन्न थाना क्षेत्रों से तलाशी अभियान चलाकर 18 नक्सलियों को गिरफ्तार किया है। उसूर, भैरमगढ़ और बासागुड़ा थानों की संयुक्त टीमों ने जंगलों में अभियान चलाकर गुंजेपर्ती क्षेत्र से 10 नक्सलियों को पकड़ा। इनके पास से विस्फोटक और प्रतिबंधित प्रचार सामग्री बरामद हुई। बासागुड़ा क्षेत्र से सात नक्सलियों को दो टिफिन बम और अन्य सामग्री के साथ, जबकि भैरमगढ़ थाना क्षेत्र में एक नक्सली को टिफिन बम और विस्फोटक सामग्री के साथ गिरफ्तार किया गया। सभी गिरफ्तार नक्सली जन मिलिशिया के सदस्य बताए गए हैं। सुरक्षा बलों की इस कार्रवाई को नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में शांति स्थापना की दिशा में महत्वपूर्ण कदम माना जा रहा है।