India News (इंडिया न्यूज), Delhi Assembly Session: दिल्ली विधानसभा का सत्र 24 फरवरी से शुरू हो रहा है और तीन दिन चलने के बाद 27 फरवरी को समाप्त होगा। दिल्ली विधानसभा सूत्रों ने स्पष्ट किया है कि मंगलवार को विधानसभा सत्र में कैग की रिपोर्ट पेश की जाएगी। ऐसे में आप की मुश्किलें तय माना जा रहा है।
पिछली आम आदमी पार्टी (आप) सरकार के कामकाज से जुड़ी 14 लंबित कैग (नियंत्रक एवं महालेखा परीक्षक) रिपोर्ट सदन में पेश की जाएंगी। शुक्रवार को मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने विधानसभा अध्यक्ष पद के उम्मीदवार विजेंद्र गुप्ता से मुलाकात की।
दिल्ली विधानसभा के अध्यक्ष और उपाध्यक्ष के लिए भी चुनाव होंगे। जिसमें सत्ताधारी पार्टी भाजपा ने अध्यक्ष के लिए विजेंद्र गुप्ता और उपाध्यक्ष के लिए मोहन सिंह बिष्ट का नाम प्रस्तावित किया है।
इन चुनावों के लिए भाजपा विधायक अरविंदर सिंह लवली को प्रोटेम स्पीकर बनाया गया है। वे सभी विधायकों को शपथ दिलाएंगे और विधानसभा के अध्यक्ष और उपाध्यक्ष का चुनाव कराएंगे, जिसके बाद यह पद समाप्त हो जाएगा।
बता दें कि सत्र 24, 25, 27 फरवरी को होगा। आम आदमी पार्टी सरकार ने पांच साल तक जिन रिपोर्टों को दबाए रखा, उनमें भ्रष्टाचार और नियमों के उल्लंघन को लेकर सवाल उठाए गए हैं। इन रिपोर्टों में आबकारी नीति में घाटे से लेकर मुख्यमंत्री आवास में निर्माण से जुड़ी जांच रिपोर्ट तक शामिल हैं। सीएजी रिपोर्ट पेश न किए जाने का मुद्दा पिछले सालों में गरमाया रहा है। भाजपा ने दिल्ली विधानसभा चुनाव में इसे मुद्दा बनाया और प्रधानमंत्री ने भी अपने संबोधनों में इसे बार-बार उठाया। 24 फरवरी को नवनिर्वाचित विधायकों का शपथ ग्रहण होगा और 25 फरवरी को भाजपा सरकार सीएजी रिपोर्ट पेश करेगी।
इससे पहले दिल्ली में आप सरकार के दौरान भाजपा ने अदालत से गुहार लगाई थी कि सरकार को सीएजी रिपोर्ट पेश करने का निर्देश दिया जाए। भाजपा ने आप सरकार पर अपने भ्रष्टाचार को छिपाने के लिए रिपोर्ट को रोके रखने का आरोप लगाया था। इस महीने की शुरुआत में हुए विधानसभा चुनाव के बाद भाजपा ने दिल्ली में नई सरकार बनाई है। विधानसभा में उसके 48 विधायक हैं, जबकि विपक्षी आम आदमी पार्टी के 22 विधायक हैं।