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Jaya Ekadashi 2024 Do These Remedies On Jaya Ekadashi Lord Vishnu Will Be Pleased
Jaya Ekadashi 2024: जया एकादशी पर करें ये इस उपाय, प्रसन्न होंगे भगवान विष्णु
India News (इंडिया न्यूज़), Jaya Ekadashi 2024, दिल्ली: हिंदू पंचांग के अनुसार हर साल माघ शुक्ल पक्ष की एकादशी तिथि को जया एकादशी का व्रत रखा जाता है और इस साल यह व्रत 20 फरवरी को पड़ रहा है। सभी एकादशियों में जय एकादशी को सबसे ज्यादा महत्वपूर्ण माना जाता है। कहा जाता है कि […]
India News (इंडिया न्यूज़), Jaya Ekadashi 2024, दिल्ली: हिंदू पंचांग के अनुसार हर साल माघ शुक्ल पक्ष की एकादशी तिथि को जया एकादशी का व्रत रखा जाता है और इस साल यह व्रत 20 फरवरी को पड़ रहा है। सभी एकादशियों में जय एकादशी को सबसे ज्यादा महत्वपूर्ण माना जाता है। कहा जाता है कि इस व्रत को करने वाला व्यक्ति भूत, पिशाच, प्रेत की योनि से मुक्त हो जाता है। मानता तो यह भी है कि अगर श्रद्धापूर्वक जय एकादशी का व्रत किया जाए तो ब्रह्म हत्या जैसे महापाप से भी छुटकारा मिलता है। तथा भगवान विष्णु प्रसन्न होते हैं। जिससे जीवन में सुख समृद्धि का विस्तार होता है।
धार्मिक मान्यताओं को देखा जाए तो पूजा पाठ के साथ अगर आप जय एकादशी के दिन यह उपाय करते हैं। तो इसका फल आपको जल्द से जल्द प्राप्त होता है। Jaya Ekadashi 2024
जया एकादशी के दिन श्री हरि यानी कि विष्णु भगवान के साथ मां लक्ष्मी की पूजा करें। मान्यता है कि इससे जीवन में तरक्की की भाव बढ़ाते हैं।
20 फरवरी यानी की जय एकादशी व्रत वाले दिन सुबह स्नान के बाद घी का दीपक जलाएं और भगवान विष्णु का आवाहन करें। इससे भगवान विष्णु प्रसन्न होंगे और घर में धन की कमी नहीं होने देंगे।
माना जाता है कि इस दिन जगत के पालनहार यानी कि श्री हरि विष्णु भगवान को प्रसन्न करने के लिए पीले वस्त्र, पीले फूल, पीले रंग के पुष्प माला, मिठाई, फल आदि को अर्पित करना काफी शुभ माना जाता है। इसके बाद आप गाय को चारा खिलाएं और जरूरतमंदों को दान भी करें।
मान्यता के अनुसार पीपल में भगवान विष्णु का वास होता है और इस दिन पीपल के वृक्ष की पूजा करना भी काफी शुभ माना जाता है। जय एकादशी के दिन किसी भी मंदिर स्थल पर जाकर पीपल के वृक्ष को जल चढ़ाएं और उसके समीप घी का दीपक जलाएं।
एक बात का खास ध्यान रखना काफी आवश्यक है कि आप एकादशी के दिन किसी भी तरह का मांसाहारी भोजन न करें और किसी भी तरीके की अशुद्ध भोजन का सेवन भी ना करें। साथ ही इस दिन चावल खाने से भी बचे, इस दिन केवल एक बार भोजन करें और फलहार से पूरा दिन काटे।