India News(इंडिया न्यूज), Ramadan 2025: मुस्लिम धर्म में रामजान का महीना सबसे पाक और खुशहाली वाला माना जाता है। लेकिन इस महीने में हर एक छोटी से छोटी चीज का ध्यान रखना काफी जरूरी होता है। इस पूरे महीने मुस्लिम धर्म के लोग रोजा रखकर अल्लाह की इबादत करते हैं। जानकारी के मुताबिक इसी पाक महीने में पैगंबर साहब को अल्लाह से कुरान की आयतें मिली थी। जिसके चलते इस महीने में खुशियों की लहर जाग उठती है। वहीँ इस महीने में रोजा रखने के साथ साथ जरूरी है अच्छे काम करना। वहीँ इसके साथ साथ कुछ कामों से भी बचना चाहिए। ऐसे में शादी शुदा जोड़ों के लिए भी कुछ अहम चीजे हैं जो उन्हें रोजे की हालत में नहीं करनी चाहिए। आइए एक बात उनपर नजर दाल लेते हैं।
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इस्लाम धर्म के मुताबिक रोजा रखने के समय पति-पत्नी को शारीरिक संबंध नहीं बनाना चाहिए। अगर पति पत्नी शारीरिक संबंध बनाते हैं तो ऐसा करने से रोज़ा टूट जाता है और इसे कफ्फारा (प्रायश्चित) करना पड़ता है। इस पाक महीने में आत्मसंयम बनाते हुए चलना चाहिए। और सेक्स जैसी चीजे करने से बचना चाहिए।
वहीँ रामजानों के महीने में मुस्लिम कपल को रोजे के दौरान शारीरिक संबंध बनाने से बचना चाहिए। साथ ही अपनी बीवी से रोमांटिव बर्ताव करने से भी बचना चाहिए। रोजे की हालत में ज्यादा रोमांटिक बातें भी नहीं करनी चाहिए। यह आत्मसंयम और इबादत का समय है, इसलिए ध्यान अल्लाह की इबादत में लगाना चाहिए। ऐसा करने पर रोजा नहीं माना जाता और गुनाह भी मिलता है।
आपके लिए ये भी जानना जरूरी है कि, रोज़े का मकसद सिर्फ़ भूखा-प्यासा रहना ही नहीं है, बल्कि दिल और नीयत को भी साफ रखना है। इसलिए दंपत्तियों को इस बात का ध्यान रखना चाहिए कि वे खुद को बुरी नज़र या अश्लील चीज़ों से दूर रखें, ताकि उनका रोज़ा कमज़ोर न हो।