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What are the benefits of eating poppy seeds : आयुर्वेद में खसखस ग्रास का विशेष महत्व है। आयुर्वेदिक चिकित्सा के अनुसार खसखस का तासीर ठंडा होता है, इसके कारण पेट संबंधी बीमारियों में खसखस के फायदे अनगिनत होते हैं। साथ ही खसखस के और भी बहुत तरह के फायदे होते हैं, जो निम्नलिखित हैं। खसखस के अनेक फायदे है। सर्दी- खांसी ,ह्रदय रोग, उलटी, त्वचा रोग, बुखार, धातुदोष, सिरदर्द, रक्त विकार, पेशाब की जलन, सांस के रोग, पित्त रोग, मांसपेशियों की ऐंठन, हार्मोनल समस्याओं में भी फायदेमंद है।
खसखस के बीज ओमेगा-6 फैटी एसिड, प्रोटीन, फाइबर का अच्छा स्रोत हैं। इसके अलावा इसमें विभिन्न फाइटोकेमिकल्स, विटामिन बी, थायमिन, कैल्शियम और मैगनीज भी होता है इसलिए खसखस को एक उच्च पोषण वाला आहार माना जाता है।
खसखस नींद से जुड़ी समस्याओं में राहत देता है क्योंकि इसके सेवन से नींद आसानी से आती है। अगर आप भी अनिद्रा की समस्या से परेशान हैं तो सोने से पहले खसखस के पेस्ट को गर्म दूध के साथ लें, राहत मिलेगी।
खसखस फाइबर का बहुत अच्छा स्रोत है। इसमें इसके वजन से लगभग 20-30 प्रतिशत आहार फाइबर शामिल होता है। फाइबर कब्ज की समस्या को दूर करने में बहुत लाभकारी होती है।
खसखस के बीज सांस की बीमारियों के इलाज में बहुत कारगर हो सकते हैं। यह खांसी को कम करने में मदद करता है और अस्थमा जैसी समस्याओं के खिलाफ लंबे समय तक राहत प्रदान करता है।
पेट संबंधी परेशानियों के लिए खसखस का उपयोग किया जा सकता है। यह खाद्य पदार्थ फाइबर जैसे खास पोषक तत्व से समृद्ध होता है, जो पेट से जुड़ी परेशानियों जैसे कब्ज व गैस आदि से छुटकारा दिलाने का काम करता है। इसके अलावा, फाइबर कोलन कैंसर से भी रोकथाम करने का काम कर सकता है। नियमित रूप से किया गया इसका सेवन पेट स्वास्थ्य को बनाए रखने में मदद करेगा।
मुंह में छाले किसी भी व्यक्ति को परेशान कर सकते हैं। ये छाले कष्टदायक होते हैं, जो जीभ व होंठ आदि को निशाना बनाते हैं। इससे प्रभावित व्यक्ति को खाने, दांत साफ करने में और बात करने में दिक्कत का सामना करना पड़ता है। वहीं, खसखस की तासीर ठंडी होती है, इसलिए यह पेट की गर्मी को शांत कर मुंह के छालों से आराम दिलाने में मदद कर सकता है। मुंह के छालों पर खसखस के बेहतर प्रभाव पर अभी और अध्ययन की आवश्यकता है।
खसखस में मौजूद जिंक और आयरन आपकी प्रतिरक्षा प्रणाली को मजबूत करने का काम कर सकते हैं। आयरन शरीर में आक्सीजन ले जाने और प्रतिरक्षा प्रणाली में सुधार करने में मदद करता है। वहीं, जिंक नई कोशिकाओं की वृद्धि और विकास में भूमिका निभाता है।
शरीर में ऊर्जा के प्रवाह को बढ़ाने के लिए खसखस आपकी मदद कर सकता है। यह खाद्य पदार्थ काबोर्हाइड्रेट जैसे पोषक तत्वों से समृद्ध होता है, जिसे आहार में ऊर्जा का जरूरी स्रोत माना जाता है। शरीर में ऊर्जा की पूर्ति और ऊर्जा के संतुलन के लिए आप खसखस का सेवन कर सकते हैं।
खसखस जिंक का अच्छा स्रोत है। एक अध्ययन के अनुसार, उम्र बढ़ने के साथ-साथ होने वाले मैक्यूलर डिजेनेरेशन (नेत्र रोग) के जोखिम को जिंक कम कर सकता है। इसलिए, जिंक के स्रोत के रूप में खसखस को आहार में शामिल किया जा सकता है।
किडनी स्टोन से पीड़ित मरीजों के लिए खसखस प्रभावी विकल्प हो सकता है। दरअसल, इससे जुड़े एक शोध में जिक्र मिलता है कि कैल्शियम का अधिक जमाव किडनी स्टोन का कारण बन सकता है। वहीं, पॉपी सीड यानी खसखस में आक्सलेट पाया जाता है, जो शरीर में कैल्शियम की मात्रा को नियंत्रित कर किडनी स्टोन की समस्या से बचाव का काम कर सकता है।
दर्द से राहत पाने के लिए भी खसखस का उपयोग किया जा सकता है। खसखस नर्वस सिस्टम से आने वाले पेन सिग्नल्स को प्रभावित कर दर्द से निजात दिलाने में मदद करता है।
खसखस में सेलेनियम होता है, जो थायराइड फंक्शन को बेहतर करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है, जिससे हाइपो और हाइपर थायराइड के लक्षण समाप्त हो सकते हैं।
त्वचा को साफ करने के लिए भी खसखस का इस्तेमाल किया जा सकता है। इसके लिए आप खसखस के बीजों का स्क्रब इस्तेमाल में ला सकते हैं।
बालों के विकास में भी खसखस आपकी मदद कर सकता है। खसखस, विटामिन-ई से समृद्ध होता है, जो बाल झड़ने की समस्या से निजात दिला बालों के विकास में मदद करता है। बालोंं के लिए आप पॉपी सिड्स हेयर पैक बना सकते हैं।
एक रिपोर्ट के अनुसार खसखस कार्सिनोजेन-डिटॉक्सिफाइंग एंजाइम की गतिविधि को 78 प्रतिशत तक बढ़ा सकता है, जिसे ग्लूटाथिओन-एस-ट्रांसफरेज (जीएसटी) कहा जाता है। खसखस की यह गतिविधि कैंसर से रोकथाम का कार्य कर सकती है।
What are the benefits of eating poppy seeds
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