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India News (इंडिया न्यूज), US-China Space Race: नासा प्रशासक बिल नेल्सन ने गंभीर चिंता व्यक्त करते हुए कहा है कि चीन नागरिक गतिविधियों की आड़ में अंतरिक्ष में अपने सैन्य अभियानों को छिपा रहा है। नासा के साल 2025 बजट के संबंध में सदन विनियोजन समिति के समक्ष बोलते हुए, नेल्सन ने बीजिंग के अंतरिक्ष प्रयासों की गुप्त प्रकृति पर जोर दिया। साथी उन्होंने कहा कि अमेरिका चीन के साथ अंतरिक्ष दौड़ में लगा हुआ है। हम मानते हैं कि उनका अधिकांश तथाकथित नागरिक अंतरिक्ष कार्यक्रम एक सैन्य कार्यक्रम है। उन्होंने आगे कहा कि वास्तव में, मुझे लगता है कि हम एक दौड़ में हैं। उन्होंने आशा व्यक्त की कि चीन शांतिपूर्ण कार्यों के लिए अंतरिक्ष को एक क्षेत्र के रूप में बनाए रखने के महत्व को पहचानेगा।
बता दें कि, चीन, जो तीन अंतरिक्ष यात्रियों के दल द्वारा संचालित अपना स्वयं का अंतरिक्ष स्टेशन, तियांगोंग संचालित करता है। यूरोप, कनाडा, जापान और रूस के भागीदारों के साथ अंतर्राष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन के नासा के सहयोगात्मक प्रबंधन के विपरीत है। नेल्सन ने यह चिंता जाहिर की है कि चीन संभावित रूप से अमेरिका से पहले चंद्रमा तक पहुंच सकता है। साथ ही चंद्र संसाधनों पर एकाधिकार कर सकता है, जिसका वर्णन उन्होंने पहले 2022 में किया था। इस दावे की चीनी विशेषज्ञों ने आलोचना की थी, जिन्होंने नेल्सन पर औपनिवेशिक मानसिकता रखने का आरोप लगाया था।
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दरअसल दोनों के देशों के बीच चांद पर जाना महत्वाकांक्षी उद्देश्य हैं। दोनों देशों ने अपने अंतर्राष्ट्रीय साझेदारों के साथ, स्थायी चंद्र आधार स्थापित करने की योजना बना रहा है और 2026 तक चंद्रमा पर अंतरिक्ष यात्रियों को उतारने का लक्ष्य रखता है। वहीं चीन ने 2030 तक चंद्रमा पर अंतरिक्ष यात्रियों को भेजने की योजना बनाई है। बता दें कि, तियांगोंग अंतरिक्ष स्टेशन जिसको हेवेनली पैलेस के नाम से भी जाना जाता है। चीन का मॉड्यूलर अंतरिक्ष स्टेशन है जो पृथ्वी की परिक्रमा करता है। यह एक प्रमुख अंतरिक्ष शक्ति बनने की चीन की महत्वाकांक्षाओं में एक महत्वपूर्ण कदम का प्रतिनिधित्व करता है। जो अंतरिक्ष में दीर्घकालिक मानव उपस्थिति बनाए रखने की उनकी स्वतंत्र क्षमता को चिह्नित करता है।
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