संबंधित खबरें
‘कुछ लोग खुश है तो…’, महाराष्ट्र में विभागों के बंटवारें के बाद अजित पवार ने कह दी ये बड़ी बात, आखिर किस नेता पर है इनका इशारा?
कांग्रेस को झटका देने की तैयारी में हैं उमर अब्दुल्ला? पिछले कुछ समय से मिल रहे संकेत, पूरा मामला जान अपना सिर नोंचने लगेंगे राहुल गांधी
खतरा! अगर आपको भी आया है E-Pan Card डाउनलोड करने वाला ईमेल? तो गलती से ना करें क्लिक वरना…
मिल गया जयपुर गैस टैंकर हादसे का हैवान? जांच में हुआ चौंकाने वाला खुलासा, पुलिस रह गई हैरान
भारत बनाने जा रहा ऐसा हथियार, धूल फांकता नजर आएगा चीन-पाकिस्तान, PM Modi के इस मास्टर स्ट्रोक से थर-थर कांपने लगे Yunus
‘जर्सी नंबर 99 की कमी खलेगी…’, अश्विन के सन्यास से चौंक गए PM Modi, कह दी ये बड़ी बात, क्रिकेट प्रशसंक भी रह गए हैरान
IndiaNews (इंडिया न्यूज), UK-Pakistan Relations: ब्रिटेन के विदेश, राष्ट्रमंडल और विकास कार्यालय (एफसीडीओ) ने पाकिस्तान का नाम उन देशों की सूची में लिया है जो ब्रिटेन के नागरिकों के लिए ‘बहुत खतरनाक’ हैं। एफसीडीओ द्वारा प्रतिबंधित गंतव्यों की कुल संख्या 24 है। यह सूची संभावित जोखिमों पर आधारित है, जिसमें अपराध, युद्ध, आतंकवाद, बीमारी, मौसम की स्थिति, प्राकृतिक आपदाएं और आगंतुक सुरक्षा के लिए अन्य खतरे शामिल हैं। इस सूची में नए जोड़े गए देश हैं रूस, यूक्रेन, इज़राइल, ईरान, सूडान, लेबनान, बेलारूस और फिलिस्तीनी क्षेत्र शामिल हैं।
बता दें कि काली सूची में डाले गए देशों में अफगानिस्तान, बुर्किना फासो, मध्य अफ्रीकी गणराज्य, चाड, हैती, इराक, इज़राइल, लेबनान, लीबिया, माली, नाइजर, उत्तर कोरिया, सोमालिया, सोमालीलैंड, दक्षिण सूडान, सीरिया, वेनेजुएला और यमन शामिल हैं। इसके साथ ही ब्रिटेन के विदेश मंत्रालय ने एक रेड लिस्ट भी जारी की है। रेड लिस्ट में शामिल देश उन क्षेत्रों का प्रतिनिधित्व करते हैं जहां ‘जब तक बिल्कुल आवश्यक न हो’ यात्रा से बचना चाहिए। इस सूची में पाकिस्तान को भी शामिल किया गया है।
LSG vs DC: दिल्ली कैपिटल्स ने 2 हार के बाद चखा जीत का स्वाद, LSG को 6 विकेट से रौंदा
बता दें कि, पाकिस्तान में साल 2023 में 789 आतंकी हमलों और आतंकवाद विरोधी अभियानों में हिंसा में लगभग 1,524 मौतें हुईं, वहीं 1,463 लोग घायल हुए। रिपोर्ट के मुताबिक नागरिकों और अपराधियों के मौत के मामले में पाकिस्तान छह साल के शिखर पर पहुंच गया है। जो साल 2018 में दर्ज की गई संख्या को पार कर गईं और साल 2017 के बाद से सबसे अधिक आंकड़ा है। दरअसल खैबर पख्तूनख्वा और बलूचिस्तान प्रांत हिंसा के मुख्य केंद्र बिंदु के रूप में उभरे है, जिनमें कुल मौतों में से 90% से अधिक और 84% हमलों में आतंकवाद से लेकर सुरक्षा बल के संचालन तक की घटनाएं शामिल थीं। इसके साथ ही सांप्रदायिक हिंसा में चिंताजनक वृद्धि हुई।
Get Current Updates on, India News, India News sports, India News Health along with India News Entertainment, and Headlines from India and around the world.