संबंधित खबरें
GST Council Meeting Highlights: कौड़ियों के दाम में मिलेंगी ये चीजें, निर्मला सीतारमण के इस फैसले से खुशी से उछल पड़े सभी वर्ग के लोग
हिमंत सरकार ने की बड़ी कार्रवाई, असम में 24 घण्टें में 416 लोगों को किया गया गिरफ्तार, बाकी राज्यों के लिए बना रोल मॉडल
कांग्रेस के बुरे दिन बरकरार! हरियाणा, महाराष्ट्र के बाद इस राज्य से आई बुरी खबर, सहयोगी ने ही दे दिया बड़ा घाव
विपक्ष के लगातार अमित शाह पर किए जा रहे हमलों का बीजेपी ने निकाला तोड़, पार्टी जल्द शुरू करेगी ये काम, कांग्रेस और सपा की उड़ने वाली है नींद
'वीटो लगाने की अनुमति नहीं देगा…' जाने बिना नाम लिए विदेश मंत्री एस जयशंकर ने किस देश की लगा दी क्लास?
जंगल में मिला 52 किलो सोना और 10 करोड़ रुपए, आखिर किसने छुपाई करोड़ों की संपत्ति, जब पुलिस को पता चला तो फटी रह गई आंखें
India News (इंडिया न्यूज़), Election Result 2023: डेढ़ महीने के लंबे इंतजार के बाद आखिरकार आज चुनाव नतीजे आएंगे। वोटों की गिनती के साथ ही कुछ देर में चार राज्यों के विधानसभा चुनाव के नतीजे आने शुरू हो जाएंगे। इन नतीजों पर सबकी नजरें हैं। दरअसल, इसे अगले साल होने वाले लोकसभा चुनाव से पहले सत्ता का सेमीफाइनल माना जा रहा है।
मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, राजस्थान, तेलंगाना के नतीजे आएंगे। वहीं मिजोरम के नतीजों की तारीख में बदलाव किया गया है।
यहां क्लिक करके देखें सबसे तेज चुनावी रिजल्ट
मध्य प्रदेश में 2018 के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस ने 114 सीटें जीती थीं, जबकि बीजेपी ने 109 सीटें जीती थीं। इसके अलावा बीएसपी को 2 सीटें, एसपी को 1 और अन्य को 4 सीटों पर जीत मिली थी। छत्तीसगढ़ की बात करें तो 2018 के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस को 68, बीजेपी को 15 और मायावती और जोगी के गठबंधन को सात सीटों पर जीत मिली थी। राजस्थान में 2018 के चुनाव में कांग्रेस ने 99 सीटों पर, बीजेपी ने 73 सीटों पर, बीएसपी ने 6 सीटों पर, सीपीआई (एम) ने 2 सीटों पर, भारतीय आदिवासी पार्टी ने 2 सीटों पर, राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी ने 3 सीटों पर, राष्ट्रीय लोकदल ने एक सीट पर जीत हासिल की थी। और 13 सीटों पर निर्दलीय चुनाव जीते। हालांकि बाद में बीएसपी के सभी 6 विधायक कांग्रेस में शामिल हो गए। तेलंगाना में 2018 के चुनावों में, टीआरएस (अब बीआरएस) ने 88 सीटें जीतीं, कांग्रेस गठबंधन ने 21 सीटें जीतीं, एआईएमआईएम ने 7 सीटें जीतीं और बीजेपी ने 1 सीट जीती। मिजोरम में 2018 के चुनाव में एमएनएफ ने 26 सीटें, कांग्रेस ने 5, बीजेपी ने 1 और स्वतंत्र उम्मीदवारों ने 8 सीटें जीती थीं।
इन पांच राज्यों में सीएम पद के दावेदारों की बात करें तो अगर मध्य प्रदेश में कांग्रेस सत्ता में आती है तो कमलनाथ सीएम बन सकते हैं, वहीं बीजेपी की ओर से इस बार स्थिति साफ नहीं है। पार्टी ने किसी भी राज्य में सीएम चेहरे की घोषणा नहीं की है। अगर बीजेपी सत्ता में आती है तो इस बार शिवराज सिंह चौहान की जगह नए सीएम की चर्चा है, इसमें कैलाश विजयवर्गीय, नरेंद्र सिंह तोमर और फग्गन सिंह कुलस्ते के नाम भी शामिल हैं।
छत्तीसगढ़ की बात करें तो अगर कांग्रेस जीतती है तो भूपेश बघेल एक बार फिर सीएम बन सकते हैं। वहीं, बीजेपी की जीत के बाद डॉ। रमन सिंह, बृजमोहन अग्रवाल, संतोष पांडे, बिलासपुर सांसद अरुण साव, पूर्व नौकरशाह ओपी चौधरी, मौजूदा नेता प्रतिपक्ष कौशिक, दुर्ग सांसद विजय बघेल, केंद्रीय राज्य मंत्री रेणुका सिंह आ रहे हैं। एसटी वर्ग से मौजूदा प्रदेश अध्यक्ष विष्णुदेव साय, रामविचार नेताम और नंदकुमार साय के नाम भी सीएम पद की दौड़ में हैं।
अभी तक राजस्थान में वसुंधरा राजे ही पार्टी का चेहरा थीं। राजनीतिक जानकारों का कहना है कि 2018 में हार के बाद पार्टी में उनका कद थोड़ा कम हो गया। यही कारण है कि पार्टी ने उन्हें इस चुनाव के लिए कोई बड़ी जिम्मेदारी नहीं दी है, लेकिन अगर बीजेपी जीतती है तो संभव है कि उन्हें फिर से सीएम बनाया जा सकता है। वसुंधरा के अलावा सांसद राजकुमारी दीया, सांसद बाबा बालकनाथ, राज्यसभा सांसद किरोड़ी लाल मीणा और सांसद राजवर्धन सिंह राठौड़ का नाम भी सीएम की रेस में है। अगर कांग्रेस जीतती है तो मामला एक बार फिर गंभीर हो सकता है। देखने वाली बात ये होगी कि क्या कांग्रेस दोबारा अशोक गहलोत को सीएम बनाएगी या फिर सचिन पायलट को मौका दिया जाएगा।
तेलंगाना में कांग्रेस और बीआर के बीच सीधा मुकाबला है। अगर कांग्रेस यहां जीतती है तो सीएम की रेस में तेलंगाना प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष ए। रेवंत रेड्डी के अलावा एन। उत्तम कुमार रेड्डी, के जना रेड्डी, कोमाटिरेड्डी वेंकट रेड्डी, मल्लू भट्टी विक्रमार्क, टी जीवन रेड्डी, रेणुका चौधरी और दामोदर राजनरसिम्हा के नाम भी सीएम की रेस में आगे हैं। अगर बीआरएस जीतती है तो केसीआर सीएम होंगे।
मिजोरम में सीएम की रेस में मौजूदा सीएम ज़ोरमथांगा एक बार फिर एमएनएफ से दावेदार हैं। इसके अलावा यहां की दूसरी सबसे बड़ी पार्टी ZPM के अध्यक्ष लालदुहोमा भी सीएम की रेस में हैं।
मध्य प्रदेश में 230 विधानसभा सीटें हैं। यहां बहुमत के लिए 116 सीटों की जरूरत है। छत्तीसगढ़ में 90 विधानसभा सीटें हैं, यहां बहुमत के लिए 46 सीटों की जरूरत है। राजस्थान में विधानसभा की 200 सीटें हैं। किसी भी पार्टी को सरकार बनाने के लिए 101 सीटों की जरूरत है। तेलंगाना में 119 विधानसभा सीटें हैं। यहां बहुमत का आंकड़ा 110 है। मिजोरम में विधानसभा की 40 सीटें हैं। यहां बहुमत का आंकड़ा 21 है।
इस बार के चुनाव के एग्जिट पोल पर नजर डालें तो वोटर ने मध्य प्रदेश में बीजेपी को 88-112 सीटें और कांग्रेस को 113-137 सीटें मिलने का अनुमान लगाया है। वहीं, छत्तीसगढ़ में कांग्रेस को 41-53 सीटें मिलने का अनुमान है, जबकि बीजेपी को 36-48 सीटें मिलने का अनुमान है। राजस्थान में कांग्रेस को 71-91 सीटें मिलने का अनुमान है, जबकि बीजेपी को 94-114 सीटें मिलने का अनुमान है। तेलंगाना में कांग्रेस को 49-65 सीटें और बीआरएस को 38-54 सीटें मिलने का अनुमान है। मिजोरम में एमएनएफ को 15-21 सीटें और जेडपीएम को 12-18 सीटें मिलने का अनुमान है।
इस बार मध्य प्रदेश में अब तक का सबसे ज्यादा 76.22% मतदान हुआ। तो छत्तीसगढ़ में कुल वोटिंग का आंकड़ा 76.31 फीसदी रहा। राजस्थान की बात करें तो 75.45 फिसदी मतदान हुआ। वहीं मिजोरम में कुल 77.05 फिसदी मतदान हुआ। तेलंगाना में इस बार कुल 70.60 फिसदी मतदान कर चुनाव संपन्न हुआ।
Get Current Updates on, India News, India News sports, India News Health along with India News Entertainment, and Headlines from India and around the world.