India News (इंडिया न्यूज़), Vayu Shakti 2024: पुलवामा हमले की बरसी पर पाकिस्तान की सीमा से सटे जैसलमेर जिले में रेत के समंदर में तबाही का खौफनाक मंजर देखने को मिला। आसमान से बरसते बम, ज़मीन पर ‘दुश्मन’ के काल्पनिक ठिकानों पर लगातार हमले और बिजली की रफ़्तार से हवा चीरते विमान। मौसम में ठंडक के बावजूद आसमान से बमों की बारिश से जमीन पर रेत के बादल उमड़ पड़े। दुनिया की शक्तिशाली सेनाओं में से एक भारतीय वायुसेना ने वायु शक्ति और युद्ध क्षमता का प्रदर्शन करने के लिए सीमावर्ती जैसलमेर जिले के चांधन फील्ड फायरिंग रेंज में आयोजित दिन-रात अभ्यास वायुशक्ति 2024 की फुल ड्रेस रिहर्सल की। अभ्यास में वायु रक्षा प्रणाली, काउंटर सरफेस फोर्स ऑपरेशन, खोज और बचाव अभियान का भी प्रदर्शन किया गया।
रेगिस्तान में तेज धमाकों के साथ आसमान से बम बरसते रहे और ‘दुश्मन’ के ठिकाने तबाह होते रहे। आकाश योद्धाओं ने अपने संकेत पर वायुयानों को हवा में उड़ाकर आक्रामकता एवं रक्षात्मकता का जीवंत प्रदर्शन किया। वायुशक्ति-2024 में तेजस, प्रचंड, गरुड़, सुखोई, एमकेआई हॉक, सी।130, तेजस, सुखोई, मिराज, जगुआर, राफेल जैसे लड़ाकू विमानों की ताकत से आसमान थर्रा उठा, वहीं प्रचंड, ध्रुव, अपाचे और जैसे लड़ाकू हेलीकॉप्टरों की ताकत से आसमान थर्रा उठा। रूद्र। रेगिस्तान हिल गया।
Vayu Shakti 2024: IAF Showcases Its Combat Capabilities During Day And Night Operations (Photo: X/@IAF_MCC)
#WATCH | Jaisalmer, Rajasthan: Indian Air Force C-17 heavy lift transport aircraft dropping logistics supplies in Pokharan during the ongoing Exercise Vayushakti-2024 there. pic.twitter.com/FLAiJcRCSm
— ANI (@ANI) February 17, 2024
लगभग 121 विमानों ने अपने कौशल और क्षमताओं का प्रदर्शन किया। जहां जगुआर से हाहाकार मचा था, वहीं तेजस की रफ्तार और कई तरह के जीपीएस और लेजर गाइडेड बम, रॉकेट लॉन्चर और हेलिकॉप्टर गन के साथ समर और एस्ट्रा मिसाइलों की मारक क्षमता और मारक क्षमता के दम पर दुनिया ने भारत की ताकत देखी। रेगिस्तान का आसमान हिल गया और फायरिंग रेंज भी हिल गई। जहां राफेल ने अपनी वायु रक्षा क्षमता का प्रदर्शन किया, वहीं हेलीकॉप्टर रुद्र ने वास्तविक समय में लक्ष्य को नष्ट कर दिया। अद्भुत युद्ध कौशल, युद्ध संचालन और जवाबी कार्रवाई के जीवंत प्रदर्शन में वायुसेना की पूरी ताकत और दक्षता देखकर आसमान की ओर देखने वाली आंखें झपकाना भूल गईं। अभ्यास में पहली बार हिस्सा ले रहे लड़ाकू विमान राफेल ने अपना दमखम दिखाया, जबकि पहली बार हिस्सा ले रहे लड़ाकू हेलीकॉप्टर प्रचंड और अपाचे ने दुश्मन को तबाह करने की मारक क्षमता का प्रदर्शन किया। फुल ड्रेस रिहर्सल में एयर मार्शल एपी सिंह मुख्य अतिथि के रूप में मौजूद रहे।
तीन साल में एक बार होने वाले वायु शक्ति अभ्यास में 112 किलोग्राम वजनी MICA और R-73 मिसाइलों पर विशेष ध्यान दिया गया। हवा से हवा में मार करने वाली MICA मिसाइल की रेंज 60 से 80 किलोमीटर है और इसका वारहेड 12 किलोग्राम का है। इसे राफेल, मिराज, सुखोई-30, जमीनी बैटरी, सतह के जहाजों या पनडुब्बियों से दागा जा सकता है। खास बात यह है कि इसे वर्टिकली भी लॉन्च किया जा सकता है। निशाना लगाने का समय चाहे दिन हो या रात, यह हर तरह से सक्षम है। इसकी स्पीड 4939.2 किलोमीटर प्रति घंटा है। R-73 मिसाइल का इस्तेमाल लड़ाकू विमानों, बमवर्षक विमानों या हेलीकॉप्टरों पर किया जाता है। इसकी गति 2500 मील प्रति घंटा आंकी गई है।
अभ्यास के दौरान भारतीय वायु सेना की प्रगति यात्रा, कठोर प्रशिक्षण और नए बदलाव पेश किए गए। अद्भुत युद्ध कौशल, आत्मनिर्भर भारत की संकल्पना को साकार करते युद्धक विमान और आकाश योद्धाओं तथा विमानों के बीच श्रेष्ठता साबित करने की होड़ भी दिखाई गई।
शाम 5:30 बजे से 7:30 बजे तक जब वायु योद्धाओं ने अपनी वायु शक्ति का प्रदर्शन शुरू किया तो आसमान में हाहाकार मच गया। आसमान में विमानों की कलाबाजी ने सभी को आश्चर्यचकित कर दिया। फुल ड्रेस रिहर्सल में वायुसेना के 77 लड़ाकू विमान, 41 हेलीकॉप्टर, 12 यूएवी, 5 परिवहन विमान और सतह से हवा में मार करने वाली 3 प्रकार की मिसाइलों ने अभ्यास में भाग लिया। विमानों ने सूरतगढ़, जोधपुर, फलोदी, नाल और उत्तरलाई से उड़ान भरी और चांधन फील्ड फायरिंग रेंज में निर्धारित लक्ष्यों पर हमला किया। गौरतलब है कि वायुसेना द्वारा हर तीन साल में वायु शक्ति का आयोजन किया जाता है।
#WATCH | Rajasthan: Indian Army’s ALH Weapon System Integrated attack helicopters carried out successful anti-tank firing at Indian Air Force’s Vayushakti-2024 exercise in Jaisalmer. pic.twitter.com/rKIV9PzJ71
— ANI (@ANI) February 17, 2024
वायुशक्ति-2024 में तेजस, गरुड़, सुखोई, एमकेआई, हॉक, सी।130, तेजस, सुखोई, मिराज, जगुआर, राफेल जैसे लड़ाकू विमानों की ताकत से आसमान थर्रा उठा। प्रचंड, ध्रुव, अपाचे और रुद्र जैसे लड़ाकू हेलीकॉप्टरों से रेगिस्तान हिल गया था। लगभग 121 विमानों ने अपने कौशल और क्षमताओं का प्रदर्शन किया।
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