India News (इंडिया न्यूज), Indian Railways: ट्रेनों में भीड़भाड़ की खबरों के बीच, रेल मंत्रालय ने शनिवार को घोषणा की कि उसका लक्ष्य 2031-32 तक प्रतीक्षा सूची को खत्म करना है, ताकि आरक्षित सीटों की मांग और आपूर्ति के बीच के अंतर को दूर किया जा सके। रेल मंत्रालय ने इस गर्मी में ट्रेन सेवाओं और यात्रियों की संख्या में उल्लेखनीय वृद्धि पर प्रकाश डाला। पिछले साल की तुलना में दस गुना अधिक ट्रेनें चालू थीं, जिससे गर्मी के मौसम में अतिरिक्त 40 मिलियन यात्रियों को सुविधा मिली। मंत्रालय का लक्ष्य यह सुनिश्चित करना है कि 2032 तक सभी यात्री बिना प्रतीक्षा के आरक्षित सीटें सुरक्षित कर सकें।
इससे पहले शुक्रवार (14 जून) को रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने रेलवे बोर्ड, जोन और डिवीजनों के सदस्यों और अधिकारियों के साथ बैठक के दौरान स्टेशनों और ट्रेनों में सुरक्षा समय की पाबंदी और सेवाओं की समीक्षा की। इस दौरान अधिकारियों ने कहा कि वीडियो-कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए आयोजित उच्च स्तरीय बैठक में, मंत्री ने जोर दिया कि सुरक्षा और बुनियादी ढांचा सर्वोपरि है और इस मोर्चे पर कोई समझौता नहीं किया जा सकता है।
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बता दें कि, इस बैठक में शामिल हुए एक वरिष्ठ रेलवे अधिकारी ने बताया कि यात्री सुरक्षा और सुविधाओं से जुड़े सभी मुद्दों पर विस्तृत चर्चा हुई। इस बैठक का खास फोकस सेवाओं में सुधार के साथ-साथ ट्रेनों की समयबद्धता और व्यस्त मार्गों की पहचान करके और उन पर विशेष ट्रेनें चलाकर भीड़भाड़ से बचने के तरीकों पर था। उन्होंने कहा कि इसके अलावा गर्मियों में भीड़भाड़ के दौरान स्टेशनों पर एसी, पंखे और वाटर कूलर जैसे उपकरणों की नियमित सेवाएं सुनिश्चित की जाएंगी। एक मंडल रेल प्रबंधक ने बताया कि मंत्री ने इस बात पर जोर दिया है कि ट्रेनों का समय पर चलना सुरक्षा और यात्री सुविधाओं के साथ-साथ चलेगा।