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S. Jaishankar
India News (इंडिया न्यूज), IORA Metting: जिसके दौरान उन्होंने चीन पर निशाना साधते हुए उन्होंने कहा कि संप्रभुता एवं क्षेत्रीय अखंडता के प्रति सम्मान के साथ-साथ एक बहुपक्षीय नियम-आधारित अंतरराष्ट्रीय व्यवस्था हिंद महासागर को एक मजबूत समुदाय के रूप में पुनर्जीवित करने का आधार है।
बता दें कि इस बैठक में भारत ने 2023-25 के लिए आईओआरए के उपाध्यक्ष की भूमिका में है। आईओआरए बैठक में जयशंकर ने कहा, ‘‘हम हिंद महासागर क्षेत्र में क्षमता निर्माण और सुरक्षा सुनिश्चित करने में पहले उत्तरदाता के तौर पर योगदान देने के अपने दृष्टिकोण को जारी रखेंगे”। आगे कहा कि हिंद महासागर के देशों में विकास के लिए भारत की प्रतिबद्धता पड़ोसी प्रथम नीति पर आधारित है।
विदेश मंत्री एस जयशंकर ने कहा ‘‘एक बहुपक्षीय नियम-आधारित अंतरराष्ट्रीय व्यवस्था, संप्रभुता एवं क्षेत्रीय अखंडता के प्रति सम्मान हिंद महासागर को एक मजबूत समुदाय के रूप में पुनर्जीवित करने का आधार बना हुआ है”। आगे उन्होंने आईओआरए के मंच से “वसुधैव कुटुंबकम’ या ‘दुनिया एक परिवार है” का संदेश दिया।’’ जयशंकर ने कहा कि ट्रोइका (श्रीलंका-भारत-बांग्लादेश) के उपाध्यक्ष और सदस्य के रूप में, भारत की प्राथमिकताएं साफ हैं।
विदेश मंत्री संबोधित करते हुए कहा कि, ‘‘इस प्रकार हिंद महासागर को समुद्र के कानून पर संयुक्त राष्ट्र संधि के आधार पर, एक मुक्त, खुले और समावेशी स्थान के रूप में बनाए रखना महत्वपूर्ण है”। जयशंकर ने कहा कि ‘‘1971 की भावना, जिसका उल्लेख श्रीलंकाई सहयोगी ने किया है, वह हमारे दृष्टिकोण का मार्गदर्शन करती रहे। किसी भी छिपे हुए एजेंडे को हतोत्साहित किया जाना चाहिए”।
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