India News (इंडिया न्यूज), PM Narendra Modi Speech in Lok Sabha: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव के समर्थन में भाषण दिया। इस दौरान पीएम मोदी ने संसद में 1 घंटे 35 मिनट तक भाषण दिया। पीएम मोदी ने अपने भाषण में विपक्ष पर निशाना साधा और बिना नाम लिए गांधी परिवार और केजरीवाल जैसे विपक्षी नेताओं पर तीखे हमले किए। उन्होंने कहा, कुछ लोगों का ध्यान जकूजी पर स्टाइलिश शॉवर पर है, लेकिन हमारा ध्यान हर घर में पानी पहुंचाने पर है। उन्होंने कहा, जो लोग गरीबों की झोपड़ियों में फोटो सेशन करके अपना मनोरंजन करते हैं, उन्हें संसद में गरीबों के बारे में बात करना बोरिंग लगता है।
यह पहली बार नहीं है जब पीएम मोदी ने इतना लंबा भाषण दिया हो। इससे पहले भी कई मौकों पर पीएम मोदी 1 घंटे से ज्यादा बोल चुके हैं। पिछले साल 15 अगस्त को पीएम मोदी ने लाल किले से सबसे लंबा भाषण दिया था। उन्होंने इस दौरान 98 मिनट तक बोला था, यह पीएम मोदी का अब तक का सबसे लंबा भाषण था। इससे पहले 2023 में उन्होंने 90 मिनट तक भाषण दिया था। 2016 में भी प्रधानमंत्री मोदी ने 90 मिनट से ज्यादा यानी 94 मिनट का भाषण दिया था। हालांकि, यहां हम आपको राजनीतिक इतिहास के सबसे लंबे भाषणों के बारे में बताएंगे। इतिहास में सबसे लंबा भाषण देने का रिकॉर्ड किन नेताओं के नाम दर्ज है और उन्होंने यह भाषण कहां दिया था।
PM Narendra Modi Speech in Lok Sabha
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वीके कृष्ण मेनन: भारत के पूर्व केंद्रीय मंत्री वीके कृष्ण मेनन का नाम राजनीतिक इतिहास के सबसे लंबे भाषणों में दर्ज है। वीके कृष्ण मेनन ने 1957 में संयुक्त राष्ट्र में आठ घंटे से ज्यादा का भाषण दिया था। इस दौरान उन्होंने कश्मीर पर भारत के रुख पर अपने विचार व्यक्त किए थे। इसके लिए उनका नाम गिनीज बुक ऑफ रिकॉर्ड्स में भी शामिल किया गया था।
फिदेल कास्त्रो: किसी भी अंतरराष्ट्रीय मंच पर दूसरा सबसे लंबा भाषण देने का रिकॉर्ड क्यूबा के नेता फिदेल कास्त्रो के नाम है। 1960 में उन्होंने चार घंटे 29 मिनट का भाषण दिया था। हालांकि, इसके बाद 1986 में उन्होंने क्यूबा में सात घंटे का भाषण देकर अपना ही रिकॉर्ड तोड़ दिया था।
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