होम / PM Modi: सेलम रैली में 'ऑडिटर' रमेश को याद कर भावुक हुए पीएम मोदी, जानें कौन थे वो

PM Modi: सेलम रैली में 'ऑडिटर' रमेश को याद कर भावुक हुए पीएम मोदी, जानें कौन थे वो

Mahendra Pratap Singh • LAST UPDATED : March 19, 2024, 6:17 pm IST

India News (इंडिया न्यूज़), PM Modi: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मंगलवार, 19 मार्च को एक दिवंगत भाजपा नेता को याद करते हुए भावुक हो गए और अपना भाषण कुछ देर के लिए रोक दिया। बता दें, इस भाजपा नेता का नाम ‘ऑडिटर’ रमेश है, जिनकी 2013 में हत्या कर दी गई थी।

काफी देर तक चुप रहे पीएम

सलेम में एक सार्वजनिक रैली को संबोधित करते हुए मोदी ने दिवंगत भाजपा नेता केएन लक्ष्मणन समेत जिले से जुड़ी तीन हस्तियों को याद किया। इस दौरान,पीएम मोदी ‘ऑडिटर’ रमेश के बारे में बात करते हुए वह भावुक हो गए।

पीएम मोदी ने एक मिनट से अधिक समय तक अपना भाषण रोकने से पहले कहा, आज, मुझे ऑडिटर रमेश की याद आ रही है। भीड़ कुछ सेकंड के लिए शांत हो गई और फिर मोदी के समर्थन में नारे लगाए। अपना भाषण दोबारा शुरू करते हुए पीएम मोदी ने कहा, दुर्भाग्य से सेलम के मेरे रमेश हमारे बीच नहीं हैं। रमेश ने पार्टी के लिए दिन-रात कड़ी मेहनत की और वह एक अच्छे वक्ता थे। लेकिन उनकी हत्या कर दी गई।

ये भी पढ़ें- Sharad Pawar: शरद पवार के पार्टी का नाम अब यह होगा, अजीत पवार गुट को SC ने लगया फटकार

‘ऑडिटर’ रमेश कौन थे?

पेशे से ऑडिटर वी रमेश सलेम स्थित पार्टी के राज्य महासचिव थे। 52 वर्षीय भाजपा नेता पर 19 जुलाई 2013 को अज्ञात हमलावरों ने उनके घर के पास तेज धार वाले हथियारों से हमला किया था। पुलिस के अनुसार, भाजपा नेता रात करीब नौ बजे पार्टी मामलों पर चर्चा करने के लिए अपने कार्यालय गए थे और अपने आवास लौटते समय चार लोगों ने उन पर हमला किया।

उस वक्त गुजरात के तत्कालीन मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी ने फोन कर हत्याकांड के बारे में जानकारी ली थी। इस घटना से क्षेत्र में तनाव पैदा हो गया क्योंकि प्रदर्शनकारियों ने पांच सरकारी बसों पर पथराव किया और अधिकारियों को स्कूलों में छुट्टी घोषित करनी पड़ी।

अक्टूबर 2013 में नरेंद्र मोदी, जो भाजपा के प्रधान मंत्री पद के चेहरे थे, ने तिरुचि में अपनी रैली के दौरान तमिलनाडु की तत्कालीन सीएम जे जयललिता की कोई प्रशंसा नहीं की। बीजेपी नेताओं ने कहा कि ऑडिटर रमेश की हत्या की जांच में प्रगति की कमी के कारण मोदी राज्य सरकार से बहुत खुश नहीं थे।

 ये भी पढ़ें- Indo-China conflict: अरूणाचल प्रदेश भारत का हिस्सा था, है और रहेगा, चीन के दावे पर MEA का जवाब

ADVERTISEMENT

लेटेस्ट खबरें

ADVERTISEMENT