PM Modi on Geeta Jayanti: भगवात गीता को हिंदू धर्म की पवित्र और ज्ञान का सागर कहा सागर कहा जाता है। स्वामी विवेकानंद से लेकर महात्मा गांधी जैसे महान लोगों के हिदृय में परिवर्तन का मुख्य कारण भगवत गीता ही बनी, और इसी के सहारे मनवता, सत्यता और कल्यण का मारर्ग चुना।
आज यानि रविवार को गीता जयंती’ है। इस दिन को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने सोशल मीडिया प्लेटफार्म एक्स पर ट्विट किया। उन्होंने लिखा- गीता के श्लोकों में मानवता का हर मर्म समाहित है, जो सदैव कर्म पथ पर आगे बढ़ने के लिए प्रेरित करता है।’गीता जयंती’ की मेरे सभी परिवारजनों को कोटि-कोटि शुभकामनाएं। जय श्री कृष्ण!
भगवान श्री कृष्ण के मुख से संसार के कल्याण हेतु निकला गीता का सर्वोत्तम ज्ञान मनुष्य की बुद्धि से लेकर उसके व्यक्तित्व र चरित्र में निखार-स्वच्छता प्रदान करता है। भगावन ने गीता के माध्यम से मनुष्य के मन में उत्पन्ना होने वाले उन सभी सवालों के जवाब दिए हैं , जिनके उत्तर मनुष्य अपने जीवन के किसी ना किसी पड़ाव में जरूर तलाशता है।
भगवान के द्वारा अर्जुन को दिए गए ज्ञान में श्री कृष्ण ने मनुष्य की मनोवैज्ञानिक दशा को सरलता से समझाते हुए, उसकी वृद्धि के कई तरीके बताए हैं। कई महान व्यक्ति अपने जीवन में सफता का सबसे मुख्य सुत्र गीता को ही मानते हैं। ये एक मात्र ऐसा ग्रंथ है जो मनुष्य को कर्म, ज्ञान, ध्यान और भक्ति करने का सही तरीका बताता है। आज हम गीता के कुछ खास विचार अपने सामने रखने जा रहे हैं।
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