होम / Kisan Andolan: किसान आंदोलन में 2 पुलिसकर्मी की मौत, उपद्रवियों पर सरकार का बड़ा एक्शन

Kisan Andolan: किसान आंदोलन में 2 पुलिसकर्मी की मौत, उपद्रवियों पर सरकार का बड़ा एक्शन

Himanshu Pandey • LAST UPDATED : February 23, 2024, 10:03 am IST

India News (इंडिया न्यूज), Kisan Andolan: किसान आंदोलन 2024 की शुरुआत से लेकर अब तक कुल दो पुलिसकर्मियों की मौत हो चुकी है और साथ ही इसमे कई पुलिस वाले घायल भी हो चुके हैं। इस संबंध में पुलिस की ओर से गुरुवार को एक बयान भी जारी किया गया है। खास बात यह है कि किसान आंदोलन के दौरान एक किसान की मौत के बाद हंगामा मचा हुआ है। जिसको लेकर किसान की ओर से लगतार विरोध प्रदर्शन किया जा रहा है।

1 पुलिसकर्मी को हुआ था ब्रेन हेमरेज 

मामले को लेकर अंबाला पुलिस की ओर से जारी बयान के मुताबिक, ’13 फरवरी 2024 से किसानों के द्वारा दिल्ली कूच को लेकर शंभू बॉर्डर पर लगाए गए बैरिकेड्स को तोड़ने और कानून बिगाड़ने की लगातार कोशिशें किसान संगठनों द्वारा की जा रही हैं। पुलिस प्रशासन पर पथराव और हंगामा कर आदेश दिया। इस दौरान उपद्रवियों द्वारा सरकारी और निजी संपत्तियों को काफी नुकसान पहुंचाया गया। इस आंदोलन के दौरान लगभग 20 पुलिस कर्मी घायल हो गए, 1 पुलिस कर्मी को ब्रेन हैमरेज हुआ और दो पुलिस कर्मियों की मौत हो गई।

तीन पुलिसवालों की मौत, 30 जख्मी, एक को ब्रैन हैमरेज... किसान आंदोलन पर पुलिस ने दिया अपडेट - Farmer protest in punjab Haryana Delhi Three policemen died 30 injured brain haemorrhage ntc ...

ये भी पढ़े- आंध्र प्रदेश के विजयवाड़ा के पास मालगाड़ी के चार डिब्बे पटरी से उतरें 

उपद्रवियों पर लगेगी रासुका 

पुलिस के आधिकारिक बयान में बताया गया कि, किसान नेताओं पर एनएसए यानी राष्ट्रीय सुरक्षा कानून लगाया जाएगा। राष्ट्रीय सुरक्षा कानून 1980 (NSA Act.) की धारा 2(3) के तहत आपराधिक गतिविधियों को रोकने के लिए और कानून व्यवस्था को बनाए रखने के लिए प्रशासन किसान संगठनों के पदाधिकारियों को गिरफ्तार करने की प्रक्रिया को अमल में लाया जाएगा।

किसान नेता करेंगे संपत्ति के नुकसान की भरपाई

बता दें कि, आंदोलन के दौरान सरकारी संपत्ति का जो भी नुकसान होगा उसकी भरपाई किसान नेताओं से करने की तैयारी की जा रही है। अंबाला पुलिस की तरफ से जारी एक अन्य बयान के मुताबिक, ‘प्रशासन ने इस संबंध में आम जनता को पहले ही सूचित/सतर्क कर दिया था कि इस आंदोलन के दौरान आंदोलनकारियों द्वारा सरकारी और निजी संपत्ति को नुकसान पहुंचाया गया है।

ये भी पढ़े-

ADVERTISEMENT

लेटेस्ट खबरें

ADVERTISEMENT