संबंधित खबरें
BJP से आए इस नेता ने महाराष्ट्र में कांग्रेस का किया ‘बेड़ा गर्क’, इनकी वजह से पार्टी छोड़ गए कई दिग्गज नेता, आखिर कैसे बन गए राहुल के खास?
दिसंबर में इतने दिन बंद रहेंगे बैंक, जाने से पहले एक बार चेक कर लीजिए, वरना…
'नेताओं के जाल में…', संभल में सीने पर पत्थर खाकर SP मुसलमानों से करते रहे अपील, Video देखकर सैल्यूट करने को खुद उठ जाएगा हाथ
'गोलीबारी नहीं, हत्या है', संभल हिंसा पर फट पड़े ओवैसी, 3 मुस्लिम युवकों जनाजे उठने पर कही ये बात
Maharashtra CM की बहस खत्म, RSS ने किया ऐसा काम, सुनकर शिंदे का कलेजा मुंह को आ जाएगा?
चलती रोड पर शख्स पर तान दी पिस्तौल…उसके बाद जो हुआ, वीडियो देख उड़ जाएगे आपके होश
Prakash Javadekar: पूर्व केंद्रीय मंत्री और भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता व सांसद प्रकाश जावड़ेकर ने हाल ही देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को लेकर एक बयान दिया है। उन्होंने कहा कि देश को सुशासन देने के कारण पीएम नरेंद्र मोदी इतने ज्यादा लोकप्रिय हैं। जावड़ेकर ने कहा कि “बीते 8 वर्ष में प्रधानमंत्री मोदी अपने वादे, ना खाऊंगा, ना खाने दूंगा पर खरे उतरे हैं। यहां तक कि उनके किसी मंत्री पर भी विपक्ष भ्रष्टाचार का आरोप नहीं लगा पाया है। यही वजह है कि वे जनता के दिल में उतरे हैं।”
इसके साथ ही प्रकाश जावड़ेकर ने बताया कि आईटी रिटर्न मोदी सरकार के दौरान सरल तथा ऑनलाइन हो गया है। अब एक सप्ताह के अंदर फेसलेस असेसमेंट के साथ-साथ रिफंड भी मिल जाते हैं। जिस कारण पारदर्शिता बढ़ी है। उन्होंने कहा कि “इन्सॉल्वेंसी एंड बैंकरप्सी संहिता भी मोदी सरकार लेकर आई। जिससे कंपनियों और उद्योगों के वित्तीय संकट में फंसने पर का कुछ ही महीनों में समाधान की व्यवस्था की गई है, इसकी चलते ही औद्योगिक उत्पादों तथा सेवाओं में काफी सुधार हुआ है।”
उन्होंने कहा कि “अंग्रेजों के जमाने से चली आ रही कुप्रथाओं को खत्म करने के लिए और जनता को राहत देने के लिए मोदी सरकार ने स्व-सत्यापन की व्यवस्था शुरू की, जिससे बार-बार उन्हें राजपत्रित अधिकारीयों के सामने जाने के लिए वक्त और पैसे खर्च न करना पड़े।”
बता दें कि जावड़ेकर ने डिजिटल तथा फिनटेक पहलों को भी सुशासन से जोड़ते हुए कहा है कि “भारत UPI जैसे सर्वश्रेष्ठ प्लेटफॉर्म के साथ सबसे बड़े डिजिटल लेनदेन का देश है। इसके साथ ही इंटरनेट डाटा की दर भारत में दुनिया में सबसे ज्यादा सस्ती है। मोबाइल नंबर (जैमत्रयी), जनधन बैंक खाते और आधार कार्ड के माध्यम से देशभर के करीब 46 करोड़ लोगों का वित्तीय समावेशन सुनिश्चित किया गया।”
Also Read: Nepal: श्रद्धालुओं से भरी बस हुई हादसे का शिकार, 17 की मौत
Get Current Updates on, India News, India News sports, India News Health along with India News Entertainment, and Headlines from India and around the world.