India News (इंडिया न्यूज),Israel–Hamas War:गाजा में एक साल से चल रहे युद्ध का असर अब यूरोपीय देशों में भी दिखने लगा है। इजरायल और हमास के बीच चल रहे युद्ध में गाजा में लगातार बेगुनाहों की मौत का आंकड़ा बढ़ता जा रहा है, जिससे दुनियाभर के लोगों में आक्रोश है। वहीं इस युद्ध का सीधा असर इंग्लैंड और वेल्स में भी देखने को मिल रहा है। आधिकारिक आंकड़ों के मुताबिक इंग्लैंड और वेल्स में एक साल में धार्मिक हिंसा के मामलों में 25 फीसदी की बढ़ोतरी हुई है।
ब्रिटिश सरकार के मुताबिक इन आंकड़ों में बढ़ोतरी की मुख्य वजह यहूदियों के खिलाफ बढ़ते अपराध हैं। यहूदियों के खिलाफ सबसे ज्यादा हिंसा बढ़ी ब्रिटिश गृह मंत्री ने बताया कि पिछले साल पुलिस ने इससे जुड़े 8370 मामले दर्ज किए थे, जबकि इस साल इन अपराधों की संख्या बढ़कर 10484 हो गई है। वहीं अगर सिर्फ यहूदियों के खिलाफ अपराधों की बात करें तो यह आंकड़ा दोगुना है। पिछले साल यहूदियों के खिलाफ अपराध के 1543 मामले दर्ज किए गए थे, जबकि इस साल मार्च 2024 तक 3282 मामले दर्ज किए जा चुके हैं। वहीं, मुसलमानों के खिलाफ धार्मिक नफरत से प्रेरित हिंसा में मामूली वृद्धि हुई है।
Israel–Hamas War
इस साल मुसलमानों के खिलाफ 3432 मामलों की तुलना में 3866 मामले दर्ज किए गए हैं। यहूदियों के खिलाफ रिकॉर्ड स्तर पर नफरत सरकार द्वारा जारी किए गए आंकड़े यहूदी संगठन कम्युनिटी सिक्योरिटी ट्रस्ट के आंकड़ों से मेल खाते हैं। इसके अनुसार, पिछले साल अक्टूबर में युद्ध शुरू होने के बाद से ब्रिटेन में यहूदियों के खिलाफ नफरत रिकॉर्ड स्तर पर है। गुरुवार को जारी आधिकारिक आंकड़े बताते हैं कि इंग्लैंड और वेल्स में धार्मिक नफरत से प्रेरित अपराधों में मार्च 2024 तक 25% की वृद्धि हुई है।
इसमें मुख्य रूप से पिछले अक्टूबर में इजरायल-हमास संघर्ष शुरू होने के बाद यहूदियों के खिलाफ अपराध शामिल हैं। नफरत हिंसा के मामलों में 5% की गिरावट वहीं, पिछले साल की तुलना में नफरत हिंसा के आंकड़ों में 5 प्रतिशत की गिरावट आई है। इस साल नफरत हिंसा के 1 लाख 40 हजार 561 मामले दर्ज किए गए हैं। सरकार के अनुसार, पिछले वर्ष की तरह, घृणा हिंसा के दो-तिहाई से अधिक मामले नस्लीय हिंसा से प्रेरित हैं।