Kasim Khan on Imran Khan Death Rumor: पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान की हत्या की अफवाह ने पूरे पाकिस्तान में हड़कंप मचा दिया था, इस दौरान कईं सवाल खड़े हो गए है. इन सारी अफवाहों के बीच अब इमरान खान के बेटे का बड़ा बयान सामने आया है, उन्होंने इस दौरान मीडिया से बातचीत में इमरान खान की स्थिती को “ह्यूमन राइट्स इमरजेंसी” करार दिया है. ऐसे में आइए विस्तार से जानें कि यह पूरी घटना क्या है?
यह “ह्यूमन राइट्स इमरजेंसी”- इमरान खान
इमरान खान के बेटे कासिम खान ने न्यूज एजेंसी से बातचीत के दौरान कहा कि मुझे शक है कि अधिकारी उनकी हालत के बारे में कुछ ऐसा छिपा रहे हैं जो कि ठीक नहीं हो सकता. परिवार का उनसे तीन हफ़्ते से ज़्यादा समय से कोई कॉन्टैक्ट नहीं हुआ है. यह न जानना कि आपके पिता सुरक्षित हैं, घायल हैं या ज़िंदा भी हैं, एक तरह का साइकोलॉजिकल टॉर्चर है.
इस स्थिति को “ह्यूमन राइट्स इमरजेंसी” बताते हुए, कासिम ने कहा कि परिवार को कोर्ट के आदेश पर जेल में मिलने नहीं दिया गया है, और हर हफ़्ते मिलने के कोर्ट के आदेश के बावजूद, उनका खान से कोई सीधा या वेरिफ़ाई किया जा सकने वाला कॉन्टैक्ट नहीं हुआ है. आज, हमारे पास उनकी हालत के बारे में कोई वेरिफ़ाई की जा सकने वाली जानकारी नहीं है और कहा कि हमारा सबसे बड़ा डर यह है कि हमसे कुछ ऐसा छिपाया जा रहा है जो ठीक नहीं हो सकता. परिवार ने बार-बार खान के पर्सनल फ़िज़िशियन से मिलने की मांग की है, लेकिन उनकी रिक्वेस्ट को मना कर दिया गया है.
जानबूझकर यह आइसोलेशन किया गया- कासिम
कासिम ने कहा कि यह आइसोलेशन जानबूझकर किया गया है, उन्होंने उन अधिकारियों का ज़िक्र किया जिनके बारे में उनका मानना है कि वे उनके पिता को अलग-थलग रख रहे हैं. वे उससे डरते हैं, वह पाकिस्तान का सबसे पॉपुलर लीडर है, और वे जानते हैं कि वे उसे डेमोक्रेटिक तरीके से नहीं हरा सकते.
इमरान खान साल 2023 से जेल में बंद
इमरान खान अगस्त 2023 से जेल में है, और कई करप्शन के चार्ज में 14 साल की सज़ा काट रहा है. इससे पहले, कासिम ने इंटरनेशनल कम्युनिटी से अपील की थी कि वह सरकार से यह प्रूफ पेश करने की मांग करे कि पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ का फाउंडर ज़िंदा है.
कासिम खान ने X पर क्या किया पोस्ट
कासिम खान ने X पर एक पोस्ट में कहा कि मेरे पिता 845 दिनों से अरेस्ट हैं. पिछले छह हफ़्तों से, उन्हें ज़ीरो ट्रांसपेरेंसी के साथ डेथ सेल में अकेले रखा गया है. उनकी बहनों को हर बार मिलने नहीं दिया गया, यहां तक कि कोर्ट के साफ़ ऑर्डर के बाद भी. कोई फ़ोन कॉल नहीं हुई, कोई मीटिंग नहीं हुई, और ज़िंदगी का कोई सबूत नहीं मिला. मेरा और मेरे भाई का अपने पिता से कोई कॉन्टैक्ट नहीं हुआ है.
उन्होंने आगे कहा कि मैं इंटरनेशनल कम्युनिटी, ग्लोबल ह्यूमन राइट्स ऑर्गनाइज़ेशन और हर डेमोक्रेटिक आवाज़ से तुरंत दखल देने की अपील करता हूं. ज़िंदगी का सबूत माँगें, कोर्ट के ऑर्डर के तहत पहुंच लागू करें, इस अमानवीय अकेलेपन को खत्म करें और पाकिस्तान के सबसे पॉपुलर पॉलिटिकल लीडर की रिहाई की माँग करें, जिन्हें सिर्फ़ पॉलिटिकल वजहों से रखा गया है.