इंडिया न्यूज़ (दिल्ली) : रूस की तरफ से यूक्रेन पर हमला किए हुए 11 महीने से ज्यादा हो चुके हैं, लेकिन इसके खत्म होने के संकेत नहीं मिल रहे हैं। युद्ध में हो रहे नुकसान के चलते रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन कई बार परमाणु हमले की धमकी दे चुके हैं। अब उनके एक ऐसे सहयोगी ने इस युद्ध के कारण दुनिया का अंत होने की भविष्यवाणी कर दी है, जिसे पुतिन का ‘दिमाग’ कहा जाता है। जानकारी दें, पुतिन के गुरु अलेक्जेंडर दुगिन ने स्पष्ट चेतावनी दी है कि यूक्रेन के साथ चल रहा युद्ध मास्को की जीत या फिर दुनिया के खत्म होने पर ही समाप्त होगा। दुगिन की इस चेतावनी के बाद माना जा रहा है कि रूस किसी भी समय यूक्रेन पर परमाणु हमला करने की तैयारी में है, जिसके बाद तीसरे विश्व युद्ध की शुरुआत हो सकती है।
आपको बता दें, दुगिन ने एक भारतीय टीवी चैनल को इंटरव्यू दिया है। इस इंटरव्यू में दुगिन ने रूस-यूक्रेन युद्ध खत्म होने की महज दो संभावनाएं बताई हैं। दुगिन ने कहा, युद्ध उस हालत में खत्म होगा, जब हम जीत जाएंगे। यह पहली संभावना है और यह बहुत आसान नहीं है। इसके अलावा दूसरी संभावना है कि दुनिया खत्म हो जाए तो यह लड़ाई भी खत्म हो जाएगी। इस हिसाब से या तो हम जीतेंगे या दुनिया खत्म हो जाएगी।
दुगिन ने कहा, इस बार रूस किसी दुश्मन से नहीं हारेगा. मुझे इस बात का पूरा यकीन है। हमें जीत चाहिए और इसके अलाव लड़ाई रोकने का कोई समाधान हमें बर्दाश्त नहीं है। इस मामले में हमारे सभी लोग, राज्य और राष्ट्रपति सभी के बीच पूरी एकजुटता है।
जानकारी दें, दुगिन की बेटी दरिया डुगिना की मौत एक हमले में हो गई थी। दुगिन उसे आतंकी हमला मानते हैं और हमलावरों को ‘यूक्रेनी आतंकवादी’। डुगिना की मौत की याद में वे एक कार्यक्रम आयोजित करते हैं। इसी कार्यक्रम के दौरान विशेष बातचीत में उन्होंने युद्ध और दुनिया के अंत को लेकर बयान दिया। अपनी बेटी को याद करते हुए दुगिन बोले, मेरी बेटी आतंकी हमले में नहीं मारी जाती तो आज 30 साल की हो गई होती। भावुक लहजे में बोले रहे दुगिन ने कहा, अगर आतंकी मेरी बेटी के बजाय मुझे मारना चाहते तो मुझे दो बार मरना भी अच्छा लगता।
दुगिन ने फिलहाल चल रही लड़ाई को रूस- यूक्रेन युद्ध मानने से इन्कार कर दिया। उन्होंने कहा, यह दो देशों या रूस और पश्चिमी देशों के समूह के बीच की लड़ाई नहीं है। इसमें मेन युद्ध मानवाता और उस बुरी शक्ति के बीच संघर्ष का है, जो हर देश, संस्कृति और व्यक्ति पर हमला करती है। यह काली शक्ति आत्मा और सच्चाई को खत्म करना चाहती है। दुगिन ने कहा, यह युद्ध एकध्रुवीय व्यवस्था के खिलाफ बहुध्रुवीय व्यवस्था का है। यह आधिपत्य के खिलाफ मानवता का संघर्ष है।