India News (इंडिया न्यूज), Russia-Ukraine Peace Talk : रूस-यूक्रेन धीरे-धीरे जंग के मैदान से निकल कर शांति की वार्ता की तरफ आ रहे हैं। लेकिन इस बीच पुतिन ने यूक्रेन को लेकर कुछ ऐसा कह दिया है, जिससे जेलेंस्की के होश उड़ गए हैं। असल में रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने हाल ही में यूक्रेन में अस्थाई प्रशासन के गठन का प्रस्ताव रखा है। पुतिन ने कहा है कि, यूक्रेन में एक अस्थाई प्रशासन का गठन किया जा सकता है, जो संयुक्त राष्ट्र, अमेरिका और यूरोपीय देशों के नियंत्रण में होगा। ये बयान रूसी राष्ट्रपति ने रूस के उत्तर में स्थित मरमंस्क बंदरगाह में अपने संबोधन के दौरान दिया है।
ये बात तो साफ है कि पुतिन के निशाने पर यहां यूक्रेन के वर्तमान राष्ट्रपति वलोडिमीर जेलेंस्की हैं। उनके कार्यकाल को लेकर रूस का कहना है कि अब वह युद्धविराम वार्ता के लिए वैध भागीदार नहीं हैं। रूस ने जेलेंस्की पर आरोप लगाया है कि वो अमेरिकी और यूरोपीय देशों के प्रभाव में हैं और उनके द्वारा युद्धविराम की कोई भी पहल सिर्फ पश्चिमी शक्तियों के हितों को ध्यान में रखकर की जाती है।
Russia-Ukraine : पुतिन ने एक बार फिर बढ़ा दी जेलेंस्की की मुश्किलें, यूक्रेन के सामने रख दी बड़ी शर्त
पुतिन का ये बयान यूक्रेन में लंबे समय से जारी युद्ध को समाप्त करने के लिए एक नई रणनीति के रूप में देखा जा सकता है। पहले भी ऐसी संभावना जताई जा चुकी है कि रूस किसी भी हाल में जेलेंस्की को सत्ता से हटाना चाहता है। पुतिन ने इस संबंध में यह भी कहा कि वे उत्तर कोरिया जैसे अन्य देशों के साथ सहयोग करने के लिए तैयार हैं, ताकि युद्ध को समाप्त किया जा सके।
जहां एक तरफ दोनों देशों के बीच जंग युद्धविराम और बढ़ रही उस वक्त ऐसा बयान देना ये दिखलाता है कि रूस यूक्रेन युद्ध में अपने रणनीतिक लक्ष्यों को लेकर पूरी तरह से आत्मविश्वास से भरा हुआ है और वह किसी भी स्थिति में अपने इरादों से पीछे नहीं हटने वाला है।
जानकारी के लिए बता दे कि यूक्रेनी संसद ने 2024 में एक प्रस्ताव पारित किया था, जिसके तहत जेलेंस्की का कार्यकाल युद्ध जारी रहने तक बढ़ा दिया गया था। इसी वजह से पुतिन का कहना है कि जब तक चुनाव नहीं होते, तब तक एक अस्थाई प्रशासन स्थापित किया जा सकता है, जिसे रूस और उसके सहयोगी देशों का समर्थन प्राप्त हो। पुतिन का ये बयान युद्धविराम चर्चा में एक महत्वपूर्ण मोड़ ला सकता है।