Mantra to be Successful in Makar Sankranti Festival
मकर संक्रांति पर्व में है सफल होने के मंत्र
इंडिया न्यूज ।
Mantra to be Successful in Makar Sankranti Festival जीवन में कामयाब होेंने के लिए मार्गदर्शक की आवश्यकता होती है जो हमें तरक्की का रास्ता बताएं । मकर संक्रांति एक ऐसा पर्व है जिसमें सभी सफल होंने के मंत्र छिपे हुए है,जरूरत है उनको अपने जीवन में डालने की । आज के दिन ही सूर्य एक राशि से दूसरी राशि में प्रवेश करता है । अबकि बार धनु राशि से मकर राशि में प्रवेश कर रहा है । ऐसा संक्रमण यानि संक्रांति कहलाता है । इस संक्रांति को उतरायण भी कहते है। उतरायण में दिन बड़े और रात छोटी होती जाती है । वहीं सूर्य अब दक्षिण से उत्तर की आ रहा है । मकर संक्रांति पर्व में लोगों की पर्सनल व प्रोफेशल लाइफ से संबंधित मंत्र छिपे है । इस दिन सभी घरों में सूर्य देव की पूजा की जाती है । आज हम आपकों उन मंत्रों को बताएंगें जिससे प्रयोग करने से आपके जीवन में बदलाव आ सकता है ।
मकर संक्रांति पर सूर्य देव की पूजा होती है इसलिए सूर्यदेव आकाश में विराजमान है इसलिए इसका संबंध ऊंचाई से है । हमें जीवन में बहुत तरक्की करनी है इसलिए अपने इरादे ऊंचें रखने है ।
मकर संक्राति का दूसरा मंत्र है उड़ना । इसका मतलब है हमें सोचने में समय खराब नहीं करना । उसके लिए बहुत ज्यादा कोशिश करनी है ।
मंकर संक्रांति का तीसरा मंत्र हुआ कंफ्यूजन न होना । इसका मतलब है काम करने में सफाई लाएं । दिल लगा कर काम करें । किसी काम को करने में कंफ्यूजन न हो । अगर फैंसलें लेने में कंफ्यूज रहोगे तो जीवन में कभी आगे नहीं बढ़ पाओगे ।
मकर संक्राति का चौथा मंत्र है बदलना । लाइफ पर्सनल हो या प्रोफेसनल हर समय एक स्तर से नहीं चल सकती है । इसलिए समय,स्थिति के अनुसार अपने आपकों डालना बहुत आवश्यक है । अन्यथा आप जीवन की दौड़ में पिछड़ते चले जाओगे ।
मकर संक्रांति का पांचवा मंत्र है खुद पर नियंत्रण रखना । परिस्थिति कैसी भी हो जाएं लेकिन लाइफ में कभी भी भहकना नहीं है । समय खराब होने पर अपने आप पर नियंत्रण रखो,नहीं तो गाड़ी आपके हाथ से निकल जाएगी ।
मकर संक्रांति का छठा मंत्र है व्यवहार । इन्सान का चरित्र,संस्कार उसके व्यवहार से प्रदर्शित होते है । अगर आपका व्यवहार अच्छा होगा तो सभी आपसे जुड़कर रहेंगे और आॅफिस में भी सभी आपसे जुड़ना पसंद करेंगे । वहीं व्यवहार के साथ भाषा का ज्ञान होना भी आवश्यक है । अगर आप में कड़वी बात को मीठे तरीके से कहने में निपुण हो तो आपकों कोई नहीं हरा सकता ।
मकर संक्रांति का सांतवा मंत्र है रिश्तों को निभाना । अगर आप संबंधित रिश्तों को महत्व देंगे उनके लिए समय निकालेंगे तो अवश्य का लाइफ में सफल होंगे । मकर संक्राति पर सूर्य की उपासना होती है इसलिए सूर्य देव शनि का पिता है । पर्व हमें सभी रिश्तों को निभाने की सीख देता है । अपने माता,पिता,भाई, बहन व बच्चों के प्रति प्रेम भाव व्यक्त करने की शिक्षा देता है ।
मकर संक्रांति का आठवां मंत्र है खुद को फिट व एक्टिव रखना । पूरा दिन मेहनत करो । काम करने में आलस कभी मत करो । अपना समय विश्राम करने में मत व्यतीत करो । हर स्थिति में एक्टिव रहो ।
मकर संक्रांति का नौवां मंत्र है शुभ कार्य करना । मकर संक्रांति पर्व शुभ कार्य का प्रतीक है । जब तक सूर्य मकर में रहता है तब तक सभी मंगल कार्य किए जाते है । उसके बाद सूर्य का धनु राशि में प्रवेश करने के बाद शुभ कार्य रूक जाते है । इसलिए हमेशा शुभ कार्य करो । नए कामों से लेकर विवाह तक सभी कार्य किए जा सकते है ।
मकर संक्रांति का दसवां मंत्र है जीत हार के बारे में न सोचना । कभी कोई काम करने से पहले जीत हार के बारे में मत सोंचे । अगर आप पहले ही जीत और हार सुनिश्चित कर लोगे तो आप कभी भी तरक्की नहीं कर पाओगे। इसलिए हर काम पूरे उत्साह के साथ करे ।
Mantra to be Successful in Makar Sankranti Festival
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