इंडिया न्यूज, नई दिल्ली
समस्त भारत में इसकी खेती की जाती है। इसका प्रयोग सदियों से घर-घर में मसाले तथा औषधि के रूप में किया जाता है। काश्यप-संहिता में लसुन कल्क का प्रयोग अनेक व्याधियों की चिकित्सा में किया गया है। रसौन में अम्ल रस को छोड़कर शेष पाँचों रस विद्यमान होते हैं। इसकी गन्ध उग्र होती है, इसलिए इसे उग्रगन्धा भी कहते हैं। इसके शल्ककन्द को लहसुन कहा जाता है। इसके अन्दर लहसुन की 5-12 कली होती है।
Raw garlic benefits
यदि आपको पाचन संबंधी समस्या या अक्सर पेट में दर्द रहता है तो लहसुन की कलियों को भूनकर खाएं। इससे पेट संबंधी समस्याएं दूर हो जाएंगी और पाचन तंत्र भी बेहतर बनेगा।
लहसुन खाने से शरीर को डिटॉक्स करने में मदद मिलती है। रात में सोने से पहले भुना हुआ लहसुन खाने से हानिकारक पदार्थ पेशाब के जरिए शरीर से बाहर निकल जाते हैं। इतना ही नहीं लहसुन ब्लड प्यूरिफायर का भी काम करता है।
बरसात के मौसम में और कोराना के इस दौर में गले की खराश हमेशा चिंता का बनी रहती है। ऐसे में लहसुन के सेवन से आपको फायदा हो सकता है। लहसुन खाने से गले की खराश दूर होती है।
लहसुन में एंटीआक्सिडेंट, एंटीफंगल और एंटीवायरल गुण होते हैं। साथ ही इसमें विटामिन-बी, सी, सेलेनियम, मैगनीज, कैल्शियम आदि भी पाया।
एंटीफंगल और एंटीवायरल गुणों से भरपूर लहसुन को नियमित रूप से खाने से कई तरह के इंफेक्शन से भी बचाव होता है। साथ ही आप मौसमी बीमारियों से भी बच जाते हैं।
लहसुन का सेवन खासतौर पर पुरुषों के लिए बहुत फायदेमंद माना जाता है। इसमें पाया जाने वाला एलीसिन नामक तत्व मेल हार्मोन को संतुलित रखता है। साथ ही लहसुन के नियमित सेवन से पुरुषों को इरेक्टाइल डिस्फंक्शन की समस्या से भी राहत मिलती है। यह भी कहा जाता है कि लहसुन खाने से स्पर्म क्वालिटी अच्छी होती है।
लहसुन का सेवन आपकी किडनी के लिए भी फायदेमंद है। नियमित रूप से डायट में संतुलित मात्रा में लहसुन के सेवन से किडनी की सफाई अच्छी तरह हो जाती है और यह स्वस्थ रहती है।
लहसुन का सेवन डायबिटीज के मरीजों के लिए भी लाभदायक है। यह शरीर में शुगर लेवल को नियंत्रित करके इंसुलिन की मात्रा को बढ़ा देता है। इसलिए डायबिटीज पेशेंट को अपनी डेली डायट में लहसुन को जरूर शामिल करना चाहिए।