इंडिया न्यूज़, Sidhu MooseWala Murder : सिद्धू मूसेवाला के मर्डर की तारीख पहले ही तय कर ली गई थी। यह हम नहीं कह रहे बल्कि सोशल मीडिया पर की जा रही पोस्ट में 29 मई की तारीख को सिद्धू के 295 गीत से जोड़कर देखा जा रहा है। सोशल मीडिया पर वायरल हो रही पोस्ट में 29 मई को सिद्धू मूसेवाला की हत्या होने को उनके गीत 295 से जोड़कर देखा जा रहा है।
कई पोस्ट में दोनों के बीच कनेक्शन बैठाया जा रहा है। तो कहीं बदमाशों ने सिद्धू के मर्डर के लिए पहले से तारीख तो नहीं तय कर रखी थी। वैसे यह सब ऐंगल सोशल मीडिया पर बनाए जा रहे हैं। हम उनकी पुष्टि नहीं करते। उसके बावजूद भी 29 मई को सिद्धू की हत्या होना संयोगवश हो सकता है।
हथियारबंद बदमाशों ने पंजाबी सिंगर सिद्धू मूसेवाला को गोलियों से भूनकर उनकी हत्या कर दी। सिद्धू मूसेवाला की हत्या 29-05-2022 को हुई है। इस तारीख का सिद्धू के साथ खास कनेक्शन है। दरअसल सिद्धू ने कुछ समय पहले ‘295’ के नाम से मशहूर गीत गाया था। जिसकी वजह से काफी विवाद भी हुआ था। सिद्धू के 295 गीत को 29-5 यानि 29 मई से जोड़कर देखा जा रहा है। नंबर में लिखें तो 29-5-2022 को सिद्धू का मर्डर किया गया। इसके आगे के तीन अंक यानी 295 से सिद्धू का खास कनेक्शन है। जी, हां ‘295’ नाम से सिद्धू मूसेवाला का एक गाना भी है जो सुपरहिट भी रहा।
कुछ समय पहले सिद्धू ने ‘जट्टी जियोना मोड़ दी बंदूक वरगी’ गीत गाया था। इस गीत में सिद्धू मूसेवाला ने खंडा और माई भागो का जिक्र किया था। जिसके कारण सिख धर्म ने सिद्धू की काफी आलोचना की थी। सिद्धू के गीत के बोल को लेकर कई सिख संगठनों ने सिद्धू के खिलाफ मामला तक दर्ज करवा दिया था। जिसके बाद आपसी सहमति हो जाने से सिद्धू मूसेवाला ने गीत से विवादित बोल को हटा दिया था। इस गीत के कुछ समय बाद सिद्धू ने 295 गीत गाया। जिसमें सिद्धू धारा से संबंधित हर पहलू के बारे में बात करते हैं। यह गाना बड़ा हिट साबित हुआ। वहीं कई लोगों ने सिद्धू के इस गीत पर भी आपत्ति जताई थी।
इंडियन पीनल कोड (आईपीसी) की धारा 295-ए धार्मिक भावनाएं भड़काने वालों के खिलाफ लगाई जाती है। इस धारा के अंतर्गत यदि कोई व्यक्ति किसी धर्म का अपमान करने के उद्देश्य से कुछ बोलता है या फिर किसी पूजा स्थल को नष्ट करता है या करने का प्रयास करता है तो उसके खिलाफ धारा 295-ए लगाई जाती है। धारा 295-ए के तहत दोषी पाए जाने वाले व्यक्ति को 2 साल तक की सजा हो सकती है। वहीं यह एक गैर जमानती अपराध है। इसके साथ ही दोषी को आर्थिक दंड भी लगाया जा सकता है।
सिद्धू मूसेवाला का पहला विवाद साथी सिंगर करण औजला के साथ हुआ था। सोशल मीडिया पर दोनों एक दूसरे पर निशाना साधते नजर आए। कभी अपने कमेंट्स के जरिए तो कभी अपने गानों के जरिए। अपने गानों में दोनों एक दूसरे के खिलाफ हिंसा करने के लिए भी शब्दों का प्रयोग करने लगे थे। इतना ही नहीं दोनों की बहस के कारण कई बार उनके फैंस भी आमने-सामने हो चुके हैं। जिस कारण दोनों सिंगर्स को काफी आलोचना का सामना करना पड़ा। जिसके बाद दोनों के बीच का विवाद कुछ शांत हुआ।
मई 2020 में सिद्धू मूसेवाला के साथ नया विवाद जुड़ा। सिद्धू को हथियारों का काफी शौक था। मई 2020 में सिद्धू के दो वीडियो सोशल मीडिया पर काफी वायरल हुए। इन वीडियोस में सिद्धू को पांच पुलिसकर्मियों के साथ एके-47 और पिस्टल चलाते हुए देखा गया था। वीडियो वायरल होने के बाद पुलिसकर्मियों को सस्पेंड कर दिया गया था। सिद्धू पर भी आर्म्स एक्ट के तहत केस दर्ज हुआ था। गिरफ्तारी से बचने के लिए सिद्धू अंडरग्राउंड हो गया। बाद में पुलिस जांच में शामिल होने के चलते उसे जमानत दे दी गई।
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