India News (इंडिया न्यूज), MP Eye Camp: में एक गंभीर मामला सामने आया है, जिसमें आई कैंप के दौरान ऑपरेशन के बाद 9 मरीजों की आंखों की रोशनी चली गई। यह घटना दिसंबर महीने में हुई, जब कालरा हॉस्पिटल द्वारा भिंड जिले में एक आई कैंप आयोजित किया गया था। इस कैंप में मोतियाबिंद के मरीजों की पहचान कर ऑपरेशन किए गए थे, लेकिन ऑपरेशन के बाद इन मरीजों की आंखों की रोशनी चली गई, जिससे वे पूरी तरह से अंधे हो गए।
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MP Eye Camp
इस मामले की जांच के बाद तीन सदस्यीय डॉक्टरों की टीम ने पाया कि कालरा हॉस्पिटल की लापरवाही के कारण यह घटना हुई। जांच में यह सामने आया कि अस्पताल ने भिंड जिले में आई कैंप लगाने के लिए किसी प्रकार की अनुमति प्राप्त नहीं की थी। यह कार्रवाई बिना किसी सही प्रक्रिया के की गई थी, जिसके कारण मरीजों की आंखों में गंभीर नुकसान हुआ।
ग्वालियर के CMHO हॉस्पिटल ने कालरा हॉस्पिटल का पंजीकरण एक महीने के नोटिस के साथ निरस्त कर दिया है। इसके साथ ही, कालरा हॉस्पिटल और प्रशासन के बीच किया गया समझौता (MOU) भी निरस्त कर दिया गया है। इस मामले के बाद, अब प्रशासन ने ध्यान केंद्रित किया है कि भविष्य में ऐसे कैंप्स के आयोजन के लिए पूरी प्रक्रिया को सही तरीके से पालन किया जाए। प्रशासन ने इस मामले में कठोर कदम उठाने का फैसला किया है ताकि भविष्य में इस तरह की घटनाओं से बचा जा सके और लोगों को सही इलाज मिल सके।
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