India News MP (इंडिया न्यूज़),Indore News: मध्य प्रदेश के इंदौर में नगर निगम के इंजीनियरों की पगार जनता के पसीने की कमाई से जाती है, लेकिन इसके बाद भी वे लापरवाही करते है और फिजूलखर्ची करते है। इंदौर में गांधी नगर से रेडिसन चौराहे तक मेट्रो ट्रैक का काम हो गया है।
आपको बता दें कि सिविल वर्क पूरा होने के बाद शेड हटे तो नगर निगम ने ट्रेक के नीचे डिवाइडर बनाने में हड़बड़ी की और उनके गैप में मिट्टी भर दी । न तो क्रास पाइप डाले गए और न ही ट्रैक के ऊपरी हिस्से के वर्षा जल के पाइप की निकासी की व्यवस्था हुई । इसके बाद आगे वाले हिस्से में डिवाइडरों की डिजाइन बदली गई और जहां पूरे डिवाइडर बन चुके है। वहां पर भी तोड़कर नई डिजाइन के हिसाब से डिवाइडर बनाए गए। इसमे 3 से 4 फीट की गैप भी रखी गई है।
डेढ़ महीने पहले 1 दिन में हुई 5 इंच बरसात के दौरान विजय नगर चौराहे पर जलभराव हो गया था। इस कारण 2 से 3 घंटों तक ट्रैफिक बाधित रहा। बता दें कि यहां पहले रोटरी थी। जिसे मेट्रो ट्रैक के कारण हटाया गया। बता दें कि यहां नगर निगम ने डिवाइडर बना दिए थे।
मेट्रो ट्रैक पर जमा बरसात का पानी की निकासी के लिए भी जो पाइप नीचे तक आए। उससे आने वाले पानी की निकासी के लिए डिवाइडरों पर कोई इंतजाम नहीं था। यह गलती समझने के बाद अब तोड़कर नए सिरे से डिवाइडर बनाने के काम हो रहा है। जनकार्य समिति प्रभारी राजेंद्र राठौर के अनुसार कि मेट्रो कार्पोरेशन के अधिकारियों से तालमेल बनाकर अब काम होगा।