इंडिया न्यूज, नई दिल्ली:
Omicron Gujarat कोरोना के नए वैरिएंट ओमिक्रॉन के देश में शनिवार को तीन मामले हो गए। कर्नाटक में सबसे पहले दो मामले सामने आने के बाद गुजरात के जामनगर में ओमिक्रॉन के एक मरीज की पुष्टि हुई है। प्रदेश के स्वास्थ्य विभाग ने बताया जिम्बाब्वे से आया एक व्यक्ति ओमिक्रोन वैरिएंट से संक्रमित था और विस्तृत जांच के लिए उसके नमूने पुणे भेजे गए हैं।
ओमिक्रॉन का पहला मामला सामने आने के बाद गुजरात के मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल ने एक उच्च स्तरीय बैठक कर राज्य में स्वास्थ्य प्रणाली की तैयारियों की समीक्षा की। उन्होंने ओमिक्रोन के संबंध में केंद्र सरकार की ओर से जारी नई गाइडलाइन को सख्ती से लागू करने के निर्देश दिए।
गुजरात के अतिरिक्त मुख्य सचिव मनोज अग्रवाल ने कहा कि जामनगर में मिले ओमिक्रोन के मरीज को आइसोलेट कर दिया गया है। उनके मकान को माइक्रो कंटेनमेंट जोन बनाया गया है। सारी सावधानियों का पालन करते हुए टेस्टिंग, ट्रेसिंग और ट्रीटमेंट की व्यवस्था होगी।
संसदीय समिति ने इस बीच ओमीक्रॉन को लेकर बढ़ती चिंताओं को देखते हुए कोविड-19 रोधी वैक्सीन की प्रभावशीलता का मूल्यांकन करने की सिफारिश की है। समिति ने कहा है कि स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा सार्स-कोव-2 के प्रसार पर अंकुश लगाने या रोकने के लिए किए गए उपाय पूरी तरह से अपर्याप्त साबित हुए हैं।
समिति ने स्वास्थ्य के बुनियादी ढांचे को मजबूत करने, बिस्तरों की पर्याप्त उपलब्धता सुनिश्चित करने तथा आॅक्सीजन सिलेंडर और आवश्यक दवाओं की आपूर्ति सुनिश्चित करने ध्यान केंद्रित करने की सलाह दी है। उसका कहना है कि देश के ग्रामीण इलाकों में जांच सुविधाओं में सुधार की तत्काल जरूरत है।
ओमिक्रोन अमेरिका के 11 राज्यों में अपने पांव पसार चुका है। इस सप्ताह के मध्य तक देश में एक भी मामला नहीं था। बुधवार को कैलिफोर्निया में पहला केस सामने आया था। इसके बाद शुक्रवार तक यह वैरिएंट दस से अधिक राज्यों में दस्तक दे चुका है। उधर नार्वे की राजधानी ओस्लो में 13 लोग ओमिक्रोन से संक्रमित मिले हैं।
नई दिल्ली। कोरोना के नए वैरिएंट ओमिक्रॉन को लेकर सिंगापुर के स्वास्थ्य मंत्रालय का कहना है कि यह अन्य वैरिएंट की तुलना में ज्यादा गंभीर नहीं है। इसपर और अधिक अध्ययन की आवश्यकता है।
मीडिया के साथ बात में मंत्रालय ने बताया ओमिक्रॉन संस्करण डेल्टा की तुलना में अधिक ताकतवार हो सकता है, लेकिन इसके लक्षण सामान्य है। हालांकि, स्वास्थ्य मंत्रालय ने बताया कि ओमिक्रॉन को समझने में अभी कुछ हफ्तों का वक्त लग सकता है। अगर यह वैरिएंट ज्यादा खतरनाक होता है तो आने वाले समय में बूस्टर डोज लगाने पर भी विचाार करना होगा।
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