India News (इंडिया न्यूज), Rajasthan News: दौसा की सियासत में कांग्रेस ने एक बार फिर बाजी मारते हुए भाजपा को करारी शिकस्त दी है। बैक-टू-बैक विधानसभा, लोकसभा और नगर परिषद उपचुनाव में हार का सामना कर रही भाजपा अब सवालों के घेरे में है। वहीं, कांग्रेस सांसद मुरारीलाल मीणा ने इन जीतों को कार्यकर्ताओं की मेहनत का नतीजा बताते हुए भाजपा पर तीखा हमला बोला।
बीजेपी की गिरती साख
दौसा विधानसभा चुनाव में भाजपा ने शंकर शर्मा को टिकट दिया, लेकिन कांग्रेस के मुरारीलाल मीणा ने उन्हें बड़े अंतर से मात दी। हार के बाद शर्मा ने आरोप लगाया कि पार्टी के कार्यकर्ता उनके साथ खड़े नहीं रहे। यह हार भाजपा के लिए एक बड़ा झटका साबित हुई। लोकसभा चुनाव में भाजपा के कन्हैयालाल मीणा को कांग्रेस के मुरारीलाल मीणा के सामने हार का सामना करना पड़ा। यहां भी भाजपा हार के कारणों पर विचार करने की बजाय आरोप-प्रत्यारोप में उलझी रही। इसके बाद 2024 में दौसा विधानसभा उपचुनाव हुआ, जहां भाजपा ने किरोड़ीलाल मीणा के भाई जगमोहन मीणा को मैदान में उतारा। लेकिन कांग्रेस के डीसी बैरवा ने इस चुनाव में भाजपा को फिर से पराजित कर दिया।
नगर परिषद उपचुनाव में भी भाजपा बेदम
2024 के नगर परिषद वार्ड नंबर 17 उपचुनाव में भाजपा ने भूपेंद्र सैनी पर भरोसा जताया, लेकिन कांग्रेस ने दीपक प्रजापत को उतारकर बाजी मार ली। जीत के बाद प्रजापत ने भाजपा पर आरोप लगाते हुए कहा कि उनके पास विकास का कोई ठोस एजेंडा नहीं है।
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कांग्रेस की जीत पर मुरारीलाल मीणा का बयान
मुरारीलाल मीणा ने भाजपा की हार को उसकी अंदरूनी कलह और कमजोर रणनीति का परिणाम बताया। उन्होंने कहा, “हमारी जीत का कारण हमारे कार्यकर्ता हैं, जो पूरी ईमानदारी से काम करते हैं। भाजपा अपने नेताओं और कार्यकर्ताओं के बीच सामंजस्य बनाने में नाकाम रही है।”
भविष्य के लिए भाजपा के सामने चुनौतियां
दौसा में कांग्रेस की लगातार जीत से भाजपा पर सवाल खड़े हो रहे हैं। पार्टी नेतृत्व हार के कारणों का मंथन करने और जमीनी स्तर पर रणनीति मजबूत करने में अब भी असफल नजर आ रहा है। दौसा की जनता ने संदेश दे दिया है कि वह काम करने वालों का साथ देगी। अब देखना यह होगा कि भाजपा अपनी गलतियों से कब सबक लेती है।
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