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उदयपुर की सड़कों पर क्यों आया मेवाड़ राजघराने का विवाद, प्रशासन ने उठाया ऐसा कदम
India News (इंडिया न्यूज़),Udaipur Royal Family: राजस्थान के मेवाड़ राजघराने का संपत्ति विवाद अब उदयपुर की सड़कों पर आ चुका है। दरअसल सोमवार, 25 नवंबर को उदयपुर-नाथद्वारा से विधायक और मेवाड़ राज परिवार के सदस्य, विश्वराज सिंह मेवाड़ का राजतिलक ऐतिहासिक चित्तौड़गढ़ किले के फतह प्रकाश महल में हुआ था। इसके बाद उनका काफिला उदयपुर […]
India News (इंडिया न्यूज़),Udaipur Royal Family: राजस्थान के मेवाड़ राजघराने का संपत्ति विवाद अब उदयपुर की सड़कों पर आ चुका है। दरअसल सोमवार, 25 नवंबर को उदयपुर-नाथद्वारा से विधायक और मेवाड़ राज परिवार के सदस्य, विश्वराज सिंह मेवाड़ का राजतिलक ऐतिहासिक चित्तौड़गढ़ किले के फतह प्रकाश महल में हुआ था। इसके बाद उनका काफिला उदयपुर के सिटी पैलेस स्थित मंदिर में दर्शन करने के लिए पहुंचा, लेकिन वहां पहुंचने से पहले ही सिटी पैलेस के गेट बंद कर दिए गए थे, जिससे उनके समर्थक नाराज हो गए और पथराव शुरू कर दिया।
विश्वराज सिंह मेवाड़ मंदिरों में पूजा-अर्चना करने गए थे
विश्वराज सिंह मेवाड़ अपने चचेरे भाई डॉ. लक्ष्य राज सिंह और चाचा श्रीजी अरविंद सिंह द्वारा संचालित ट्रस्ट के मंदिरों में पूजा-अर्चना करने गए थे। गेट बंद होने के बाद तनाव बढ़ गया और स्थिति हिंसक हो गई, जिसके परिणामस्वरूप पत्थरबाजी हुई, जिससे कम से कम तीन लोग घायल हो गए।
प्रशासन ने स्थिति को नियंत्रित करने के लिए सिटी पैलेस से मंदिर की ओर जाने वाली सड़क को सील कर दिया और तीन-स्तरीय सुरक्षा व्यवस्था लागू की। जिला कलेक्टर अरविंद कुमार पोसवाल ने कहा कि अगर किसी पक्ष को मामला दर्ज करना हो तो वह कर सकता है।
चित्तौड़गढ़ किले में हुआ पारंपरिक राज्याभिषेक समारोह
विश्वराज सिंह का हाल ही में चित्तौड़गढ़ किले में पारंपरिक राज्याभिषेक समारोह हुआ था, जिसके बाद उन्होंने अपने परिवार की देवी धूनी माता और एकलिंग शिव मंदिर में दर्शन का निर्णय लिया था। हालांकि, विवादित संपत्ति और मंदिर के प्रबंधन को लेकर तनाव बढ़ने से स्थिति बिगड़ी। महाराणा ने इसे “दुर्भाग्यपूर्ण” बताते हुए कहा कि संपत्तियों के विवाद से परंपराओं में बाधा नहीं आनी चाहिए और उन्होंने अपने समर्थकों से शांतिपूर्वक विरोध करने की अपील की।