India News (इंडिया न्यूज), ICC Champions Trophy 2025: चैंपियंस ट्रॉफी 2025 का आयोजन पाकिस्तान में होने वाला है। जिसको लेकर बीसीसीआई और पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड में खींचतान जारी है। दरअसल, भारत सुरक्षा कारणों की वजह से हाइब्रिड मोड में टूर्नामेंट के आयोजन की मांग कर रहा है। वहीं अब पाकिस्तान क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान शाहिद अफरीदी ने इसे राजनीति से प्रेरित मुद्दा करार दिया है। उन्होंने चिंता जताई है कि राजनीति की वजह से अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट को प्रशासनिक रूप से नुकसान पहुंचेगा। अफरीदी ने सोशल मीडिया के जरिए निराशा जताई है। वहीं उनका ट्वीट ऐसे समय में आया जब 29 नवंबर को आईसीसी की बैठक होने वाली है। इस बैठक में भारतीय टीम के पाकिस्तान जाने और हाइब्रिड मॉडल के विषय पर चर्चा हो सकती है।
शाहिद अफरीदी ने सोशल मीडिया पर पोस्ट कर कहा कि बीसीसीआई ने खेलों को राजनीति से जोड़कर अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट को संकट में डाल दिया है। मैं हाइब्रिड मॉडल का विरोध करने के पीसीबी के फैसले का पूरा समर्थन करता हूं। खासकर इसलिए क्योंकि पाकिस्तानी टीम ने सुरक्षा कारणों का हवाला दिए बिना 5 बार भारत का दौरा किया है। इनमें 26/11 हमलों के बाद सफेद गेंद की द्विपक्षीय सीरीज भी शामिल है। अब समय आ गया है कि आईसीसी और उसके निदेशक मंडल निष्पक्षता बनाए रखते हुए अपना अधिकार दिखाएं।
ICC Champions Trophy 2025: चैंपियंस ट्रॉफी विवाद पर फूटा पूर्व पाकिस्तानी कप्तान का गुस्सा
By intertwining politics with sports, the BCCI has placed international cricket in a precarious position. Fully support the PCB’s stance against the hybrid model – especially since Pakistan (despite security concerns) has toured India five times, including a bilateral white-ball… pic.twitter.com/Xl4YBhCWuB
— Shahid Afridi (@SAfridiOfficial) November 28, 2024
दरअसल, पीसीबी पहले ही टीम इंडिया के मैचों के यूएई या किसी अन्य देश में होने का विरोध कर चुका है। लेकिन भारत के रुख के कारण आईसीसी भी संकट की स्थिति में है क्योंकि शेड्यूल में देरी के कारण ब्रॉडकास्टर्स ने इंटरनेशनल क्रिकेट काउंसिल पर दबाव बनाना शुरू कर दिया है। बता दें कि, फिलहाल हाइब्रिड मॉडल ही सबसे बेहतर विकल्प नजर आ रहा है। लेकिन पीसीबी का रुख आईसीसी के लिए भी बड़ी चिंता का विषय बन गया है। पीसीबी की तरफ से यहां तक कहा गया है कि अगर हाइब्रिड मॉडल को लागू करने की कोई कोशिश की गई तो पाकिस्तान टूर्नामेंट से अपना नाम वापस ले लेगा। वहीं, दूसरी तरफ चैंपियंस ट्रॉफी से टीम इंडिया के बाहर होने से आईसीसी, ब्रॉडकास्टर्स और यहां तक कि खुद पीसीबी को भी भारी नुकसान उठाना पड़ सकता है।