Sunil Arkwanshi Memorandum CM Yogi: उत्तर प्रदेश की राजनीति एक बार फिर गरमा गई है। हरदोई जिले में AIMIM प्रदेश अध्यक्ष शौकत अली के विवादित बयान ने नया विवाद खड़ा कर दिया है. इस बयान को लेकर सुभासपा नेताओं और कार्यकर्ताओं ने कड़ा विरोध दर्ज कराते हुए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को संबोधित ज्ञापन जिलाधिकारी और पुलिस अधीक्षक को सौंपा.
क्या हैं विवादित बयान?
दरअसल, AIMIM नेता शौकत अली पर आरोप है कि उन्होंने राष्ट्रनायक और जननायक महाराज सुहेलदेव राजभर के खिलाफ आपत्तिजनक टिप्पणी की है. सोशल मीडिया पर वायरल वीडियो का हवाला देते हुए सुभासपा नेताओं का कहना है कि शौकत अली का बयान न केवल ऐतिहासिक तथ्यों को विकृत करता है, बल्कि समाज में सांप्रदायिक तनाव और सौहार्द को भी आघात पहुंचाने वाला है.
सुनील अर्कवंशी ने किया विरोध
बुधवार को सुभासपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता सुनील अर्कवंशी ने पार्टी कार्यकर्ताओं के साथ मिलकर प्रशासन को ज्ञापन सौंपा. ज्ञापन में उन्होंने कहा कि महाराज सुहेलदेव भारतीय संस्कृति, स्वतंत्रता और राष्ट्र की रक्षा के प्रतीक रहे हैं. हजार साल पहले विदेशी आक्रांताओं से लड़कर उन्होंने देश की अस्मिता और सम्मान की रक्षा की थी. ऐसे में उनके खिलाफ अपमानजनक भाषा का प्रयोग करना न केवल इतिहास का अपमान है बल्कि समाज की भावनाओं को भी गहरा आघात पहुंचाता है.
तीन प्रमुख मांगें रखीं
ज्ञापन में सुभासपा नेता ने सरकार से तीन मुख्य कदम उठाने की मांग की—
1. शौकत अली माफी मांगें और बयान वापस लें.
2. प्रदेश सरकार पूरे प्रकरण की गहन जांच कर दोषियों पर सख्त कार्रवाई करे.
3. महाराज सुहेलदेव के योगदान को स्कूली पाठ्यक्रम में शामिल किया जाए ताकि नई पीढ़ी उनके बलिदान से प्रेरित हो.
विदेशी मानसिकता की साजिश – अर्कवंशी
सुनील अर्कवंशी ने आरोप लगाया कि AIMIM नेता का बयान समाज को बांटने और देश की एकता को कमजोर करने की विदेशी मानसिकता का हिस्सा है. उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार महाराज सुहेलदेव के सम्मान और गौरव को सुरक्षित रखने के लिए हर संभव कदम उठाएगी और किसी को भी उनके सम्मान को ठेस नहीं पहुंचाने देगी.
कार्यकर्ताओं में आक्रोश
ज्ञापन सौंपने के बाद सुनील अर्कवंशी ने मीडिया से कहा कि महाराज सुहेलदेव किसी जाति विशेष के नहीं, बल्कि पूरे भारत के नायक हैं. उनका अपमान बर्दाश्त नहीं किया जाएगा. उन्होंने मांग की कि प्रशासन तत्काल FIR दर्ज कर AIMIM नेता पर कठोर कार्रवाई करे, ताकि भविष्य में कोई भी इस तरह के बयान देने का साहस न कर सके.
हरदोई में इस मुद्दे पर सुभासपा कार्यकर्ताओं में गहरी नाराज़गी देखने को मिल रही है. ज्ञापन के जरिए उन्होंने स्पष्ट कर दिया है कि राष्ट्रनायक महाराज सुहेलदेव के सम्मान से किसी भी प्रकार का समझौता स्वीकार नहीं किया जाएगा.