RRTS Viral MMS Update: मेरठ शहर की पुलिस ने उस कपल की पहचान कर ली है जो चलती रैपिड रेल, या RRTS, ट्रेन के अंदर शूट किए गए एक वायरल “अश्लील” वीडियो में दिखे थे. सोमवार, 22 दिसंबर को, पुलिस ने तेजी से कार्रवाई करते हुए कपल और RRTS के ऑपरेटर के खिलाफ वीडियो लीक करने के लिए FIR दर्ज की. यह घटना, जो एक चलती ट्रेन के प्रीमियम कोच में हुई, ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर वीडियो वायरल होने के बाद सार्वजनिक शिष्टाचार और डिजिटल प्राइवेसी पर एक बड़ी बहस छेड़ दी है.
कपल की पहचान: मेरठ कॉलेजों के छात्र
जांच में पुष्टि हुई है कि युवक और युवती वास्तव में इस क्षेत्र के प्रमुख शिक्षण संस्थानों के छात्र हैं. लड़का राजनगर एक्सटेंशन के एक कॉलेज में इंजीनियरिंग का छात्र और लड़की दुहाई के एक कॉलेज में BCA की छात्रा. स्थानीय पुलिस ने दोनों कॉलेजों को चल रही जांच में शामिल होने के लिए औपचारिक नोटिस जारी किए हैं. अधिकारियों ने उनकी पहचान की पुष्टि कर दी है, लेकिन फिलहाल उनसे आगे की पूछताछ के लिए उनकी तलाश की जा रही है.
घटना: कैमरे पर 19 मिनट की “अश्लीलता”
वायरल फुटेज 24 नवंबर, 2025 का है. जांच के अनुसार यह घटना रैपिड रेल ट्रेन के प्रीमियम कोच में हुई जब ट्रेन दुहाई से मुरादनगर स्टेशनों की ओर जा रही थी. ट्रेन के स्टेशन से निकलने के कुछ ही मिनटों बाद, कपल अंतरंग और “अश्लील” शारीरिक गतिविधियों में शामिल थे, जिन्हें ट्रेन के अंदर लगे हाई-डेफिनिशन CCTV कैमरों द्वारा रिकॉर्ड किया जा रहा था.
लीक के लिए ऑपरेटर को नौकरी से निकाला गया
हालांकि कपल की हरकतों ने पूरे स्कैंडल को जन्म दिया, लेकिन अब ध्यान एक स्टाफ सदस्य द्वारा किए गए बड़े प्राइवेसी उल्लंघन पर चला गया है. जांच में पता चला कि ऋषभ, जो उस दिन ट्रेन चला रहा था, कंट्रोल रूम में ऑपरेशनल केबिन से लाइव फीड की निगरानी कर रहा था. हालांकि, ऋषभ ने इस मुद्दे की रिपोर्ट अपने सुपरवाइजर को नहीं दी, बल्कि इस वीडियो को अपने पर्सनल मोबाइल फोन में रिकॉर्ड किया और सोशल मीडिया पर पोस्ट कर दिया. नेशनल कैपिटल रीजन ट्रांसपोर्ट कॉर्पोरेशन (NCRTC) ने 3 दिसंबर को ऋषभ की सेवाएं समाप्त कर दी हैं. उस पर सूचना प्रौद्योगिकी (संशोधन) अधिनियम, 2008 की धारा 67 के तहत अश्लील सामग्री के वितरण का आरोप लगाया गया है.
मुरादनगर में FIR दर्ज
यह मामला सोमवार, 22 दिसंबर को मुरादनगर पुलिस स्टेशन में आधिकारिक तौर पर दर्ज किया गया था. दोनों व्यक्तियों पर सार्वजनिक रूप से अश्लीलता का आरोप है, जबकि पूर्व ऑपरेटर पर निजी गतिविधियों की अवैध रिकॉर्डिंग और उसे फैलाने का भी आरोप है. NCRTC अधिकारियों ने दोहराया है कि रैपिड रेल में 360-डिग्री सर्विलांस सिस्टम लगे हैं, और कर्मचारियों के साथ-साथ यात्रियों द्वारा भी सिस्टम का किसी भी तरह से गलत इस्तेमाल करने पर बिल्कुल बर्दाश्त नहीं किया जाएगा.