संबंधित खबरें
Himachal BPL Rules: सरकार ने बदली 'गरीबी' की परिभाषा, जानें अब कौन कहलाएगा गरीब? BPL के नए नियम जारी
नए साल पर घूमने जानें से पहले पढ़े UP-NCR की ट्रैफिक एडवाइजरी, ये हैं रूटों का प्लान
Maha Kumbh 2025: कुंभ की तैयारियों को देख अखिलेश ने बांधे तारीफों के पुल, बोले- कमियों की तरफ खींचते रहेंगे ध्यान
kota Night Shelters: खुले आसमान के नीचे सोने को मजबूर लोग, अब तक नहीं किया गया रैन बसेरे का इंतजाम
Kotputli Borewell Rescue: 65 घंटे से बोरवेल में फंसी मासूम चेतना, रेस्क्यू ऑपरेशन लगातार जारी, मां की बिगड़ी तबीयत
Ajmer Bulldozer Action: दरगाह के पास चला निगम का पीला पंजा, अवैध अतिक्रमण साफ, कार्रवाई से क्षेत्र में मचा हड़कंप
टेक डेस्क/नई दिल्ली (Tech News: New Zealand bans TikTok on all “government devices”): चीनी ऐप टिक टॉक पर एक बार फिर से संकट में है। इस ऐप को एक-एक कर सरकारें बैन कर रही हैं। पहले अमेरिका, फिर यूके और अब ताजा मामला न्यूजीलैंड का है जहां न्यूजीलैंड सरकार ने सभी “सरकारी उपकरणों” पर टिक टॉक को तत्काल प्रभाव से बैन कर दिया है। द न्यू यॉर्क टाइम्स की रिपोर्ट के मुताबिक न्यूजीलैंड, चीनी स्वामित्व वाले टिक टॉक पर प्रतिबंध लगाने वाले नवीनतम पश्चिमी देश बन गया है।
संसद में बोलते हुए लैंकेस्टर डची के चांसलर ओलिवर डाउडेन ने प्रतिबंध को “एहतियाती” के रूप में वर्णित किया। उन्होंने कहा कि अमेरिका, यूरोपीय संघ की कार्यकारी शाखा, कनाडा और भारत ने पहले ही इसी तरह के कदम उठाए थे। आपको बता दें कि यूके ने पिछले गुरुवार 16 मार्च को ही टिक टॉक को सुरक्षा भय का हवाला देते हुए ऐप पर तत्काल प्रभाव से प्रतिबंध लगाने की घोषणा की थी।
द न्यू यॉर्क टाइम्स के अनुसार, डाउडेन ने कहा कि सोशल मीडिया ऐप्स सरकारी उपकरणों पर फोन नंबर्स, उपयोगकर्ता सामग्री और जियोलोकेशन डेटा सहित भारी मात्रा में उपयोगकर्ता डेटा एकत्र और संग्रहीत करते हैं, जो संवेदनशील हो सकते हैं।
न्यूजीलैंड के बैन किए जाने पर अभी तक कंपनी की तरफ से कोई प्रतिक्रिया नहीं आई है लेकिन जब टिक टॉक को यूके में बैन किया गया था तब कंपनी ने एक बयान जारी कर कहा था “टिक टॉक ब्रिटिश सरकार के फैसले से निराश है और उनपर लगाए गए प्रतिबंध “मौलिक गलत धारणाओं पर आधारित और व्यापक भू-राजनीति द्वारा संचालित है।”
भारत ने चीनी ऐप टिक टॉक जून 2020 में ही बैन कर दिया था। भारत में टिक टॉक के 200 मिलियन से अधिक यूजर्स थे जो चीन के बाद किसी बाहरी देश में सबसे ज्यादा थे। भारत सरकार ने भी इस ऐप को गोपनीयता और राष्ट्रीय संप्रभुता के मुद्दों का हवाला देते हुए प्रतिबंधित कर दिया था।
ये भी पढ़ें :- Tech News: 30 जून तक दिल्ली एम्स में यूज कर सकेंगे 5जी नेटवर्क, अभी एम्स के ज्यादातर इलाकों में सीमित 3जी/4जी डेटा कनेक्टिविटी
Get Current Updates on, India News, India News sports, India News Health along with India News Entertainment, and Headlines from India and around the world.