इंडिया न्यूज, धनबाद:
भारत में आने वाले बिजली संकट (India Coal Crisis 2021) से उबरने के लिए कोल इंडिया कोयले की आपूर्ति लगातार बढ़ा रही है। बुधवार की सुबह तक कोल इंडिया की सहयोगी कंपनी बीसीसीएल ने कोयला आपूर्ति का लक्ष्य हासिल कर लिया है। कोल इंडिया ने पावर सेक्टर के लिए 310 रैक कोयला की आपूर्ति का लक्ष्य निर्धारित किया है, और अभी 279 रैक रोजाना भेजे जा रहे हैं। एक रैक में करीब चार हजार टन कोयला लोड होता है। गुलाब चक्रवात की वजह से कोयले की अधिकतर खुली खदानों में पानी भर गया था, जिसके चलते उत्पादन पर असर पड़ा था। इसी बीच पावर सेक्टर में कोयला की कमी की बात सामने आई थी।
कोल इंडिया की सभी सहयोगी कंपनियों ने लगातार आपूर्ति बढ़ा दी है, बावजूद अभी भी कोल इंडिया के पास 39.13 हजार टन कोयले का भंडार मौजूद है। इधर, खदानों से पानी निकालने का काम भी तेज कर दिया गया है। आने वाले समय में उत्पादन में तेजी आने की संभावना है। कोल इंडिया ने 19.20 लाख टन उत्पादन का लक्ष्य रखा है। अभी 16.02 लाख टन कोयला का उत्पादन हो रहा है। कोल इंडिया ने 19.80 लाख कोयला के डिस्पैच का लक्ष्य निर्धारित किया है। 18.82 लाख टन कोयला भेजा रहा है।
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देश को बिजली संकट से बचाने के लिए रेलवे भी कोल इंडिया के साथ कदम से कदम मिलाकर काम कर रहा है। कोयला कंपनियों से बिजली कंपनियों तक बिना किसी दिक्कत के कोयले की आपूर्ति के लिए रेलवे ने स्पेशल कारिडोर बनाया है। प्राथमिकता के आधार पर कोयले से लदी मालगाड़ियों को पहले पास दिया जा रहा है।
What is the reason for the shortage of coal? कोयले की कमी की वजह क्या है?